गुजरात में भाजपा और कांग्रेस में फेरबदल की तैयारी, ये है सबसे बड़ी वजह
गुजरात में उपचुनावों के परिणामों के बाद भाजपा और कांग्रेस अपने-अपने प्रदेश संगठन में फेरबदल की तैयारी में हैं।
अहमदाबाद, राज्य ब्यूरो। गुजरात में उपचुनावों के परिणामों के बाद भाजपा और कांग्रेस अपने-अपने प्रदेश संगठन में फेरबदल की तैयारी में हैं। भाजपा ने तो इसकी घोषणा शनिवार को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मौजूदगी में नववर्ष स्नेह मिलन समारोह के दौरान ही कर दी। कांग्रेस आलाकमान पहले ही प्रदेश संगठन के पुनर्गठन की घोषणा कर चुका है। बता दें कि अगले साल गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। पिछले निकाय चुनाव में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के चलते भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ा था, जिसकी भरपाई पार्टी इस चुनाव में करना चाहती है।
भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी का अध्यक्ष पद से हटना तय
विधानसभा की छह सीटों के लिए उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस तीन-तीन सीट जीतकर बराबरी पर रहीं। उपचुनाव के तुरंत बाद कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश संगठन को भंग कर दिया, लेकिन अध्यक्ष पद पर अमित चावड़ा को बरकरार रखा। उधर, भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी वर्ष 2016 से इस पद पर हैं। उपचुनावों के परिणामों के बाद से भाजपा आलाकमान का जायका बिगड़ा हुआ है, यही वजह है कि वाघाणी का अध्यक्ष पद से हटना तय माना जा रहा है। प्रदेश प्रवक्ता भरत पंड्या ने बताया कि एक से 10 नवंबर तक तहसील और 15 नवंबर से जिला संगठनों का पुनर्गठन किया जाएगा।
गुजरात अब राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की सीधी नजर में
दिसंबर में गुजरात भाजपा को नया कप्तान मिल जाएगा। वाघाणी के स्थान पर उत्तर गुजरात के दिग्गज नेता और पूर्वमंत्री शंकरभाई चौधरी, प्रदेश संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसाणिया, पूर्वमंत्री और प्रदेश उपाध्यक्ष आइकेजाडेजा को अध्यक्ष बनाया जा सकता है। चर्चा है कि भाजपा आलाकमान प्रदेश के कुछ नेताओं से नाराज है, जिन्हें संगठन पुनर्गठन के बाद घर बैठा दिया जाएगा। केंद्रीय नेताओं के भरोसे बैठे प्रदेश संगठन की पोल वैसे भी उपचुनाव ने खोल दी है, जिसके बाद गुजरात अब राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की सीधी नजर में है।