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राजनाथ की अध्यक्षता वाले रक्षा पैनल में शामिल हुईं प्रज्ञा ठाकुर, कांग्रेस का ऐतराज

प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति के लिए नामित किया गया है। सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने ऐतराज जताया है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 12:22 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 01:30 PM (IST)
राजनाथ की अध्यक्षता वाले रक्षा पैनल में शामिल हुईं प्रज्ञा ठाकुर, कांग्रेस का ऐतराज
राजनाथ की अध्यक्षता वाले रक्षा पैनल में शामिल हुईं प्रज्ञा ठाकुर, कांग्रेस का ऐतराज

नई दिल्ली, आइएएनएस। भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति के लिए नामित किया गया है।समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, 21 अक्टूबर की सरकारी अधिसूचना के अनुसार 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति का नेतृत्व केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं।लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज दिग्विजय सिंह को हराने वाली प्रज्ञा ठाकुर को भी इस समिति में शामिल किया गया था।

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21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति में विपक्षी नेताओं फारूक अब्दुल्ला, टीएमसी के सौगात रॉय, डीएमके के राजा और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की पसंद भी शामिल हैं।

कांग्रेस ने साधा निशाना

अब इसको लेकर केंद्र सरकार, विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और भोपाल भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति के लिए नामित किए जाने पर ऐतराज जताया। कांग्रेस ने आरोप लगाए हुए कहा कि यह विडंबना है कि इस तरह के नेता को स्वच्छ नेताओं के लिए बीच में से चुना गया है।

कांग्रेस सचिव प्रणव झा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, 'यह विडंबना है कि सरकार द्वारा ऐसे व्यक्ति का नाम रक्षा पैनल में रखा गया है।कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'ऐसे लोगों को लाना, जिनके खिलाफ अदालत में मामले चल रहे हैं, लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। सब कुछ संविधान द्वारा निर्देशित नहीं है, लेकिन कुछ फैसले नैतिक आधार पर भी लिए जाते हैं।'

विवादों से प्रज्ञा ठाकुर का नाता

लोकसभा चुनावों से पहले प्रज्ञा ठाकुर ने कई मौकों पर अपने बयानों से विवाद खड़ा किया है।वह उस समय एक बड़े विवाद में आ गया था जब उसने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को बुलाया था। बीजेपी ने टिप्पणी को लेकर प्रज्ञा को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था। प्रज्ञा ठाकुर ने यह कहकर भी विवाद छेड़ दिया था कि मुंबई एटीएस के प्रमुख हेमंत करकरे 26/11 के आतंकवादी हमले के दौरान शाप के कारण मारे गए थे।


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