दिग्विजय सिंह को लेकर विवादित बयान पर साध्वी प्रज्ञा का यू-टर्न, कहा- 'नहीं बताया आतंकी'
भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर दिए अपने विवादित बयान पर यू-टर्न ले लिया है।
भोपाल, एजेंसी। भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Pragya Thakur) ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) पर दिए अपने विवादित बयान पर यू-टर्न ले लिया। इससे पहले मुंबई हमले में शहीद हुए आइपीएस हेमंत करकरे के बारे में दिए विवादित बयान पर साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली थी। साध्वी प्रज्ञा को उनके विवादित बयानों पर निर्वाचन आयोग पहले ही दो नोटिस जारी कर चुका है। यही नहीं साध्वी के खिलाफ निर्वाचन आयोग के निर्देश पर एक एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है।
बता दें कि सीहोर में अपने चुनाव प्रचार कार्यालय का उद्घाटन करते हुए साध्वी ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बारे में कहा था, 'उमा दीदी उन्हें 16 साल पहले ही हरा चुकी हैं, इसके बाद वह 16 साल तक मुंह नहीं उठा पाए। इस आतंकी को हराने के लिए यहां फिर एक संन्यासिन आ गई है।' एक बार फिर उन्हें ऐसी शिकस्त दी जाएगी कि वे राजनीति में वापसी नहीं कर पाएंगे।
हालांकि, उन्होंने अपने उक्त बयान में दिग्विजय सिंह का नाम नहीं लिया था। इस बयान पर संज्ञान लेते हुए निर्वाचन अयोग ने डिस्ट्रिक रिटर्निंग ऑफिसर से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद दिग्विजय सिंह पर दिए अपने विवादित बयान पर साध्वी ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि मैंने अपने भाषण में एक भी बार कांग्रेस नेता को आतंकी नहीं बताया था। उल्लेखनीय है कि 2008-मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी साध्वी प्रज्ञा जमानत पर हैं। इस धमाके में सात लोगों की मौत हो गई थी।
बता दें कि इससे पहले साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा था कि वह अयोध्या गई थीं और उन्होंने विवादित ढांचे पर चढ़कर उसे तोड़ा। उन्होंने कहा था, 'मैंने पहले भी कहा है कि मैं अयोध्या गई थी और विवादित ढांचे पर चढ़कर उसे तोड़ा। इस पर मुझे गर्व है। ईश्वर ने मुझे अवसर और शक्ति दी थी, इसलिए मैंने यह काम किया। मैंने देश का कलंक मिटाया था। मैं आगे भी अयोध्या जाऊंगी और वहां राम मंदिर निर्माण में मदद करूंगी।' इस बयान पर भी निर्वाचन अयोग ने संज्ञान लेते हुए साध्वी प्रज्ञा को आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस भेजा था।
गौरतलब है कि इससे पहले मुंबई हमले में शहीद हुए आइपीएस हेमंत करकरे को साध्वी ने कथित तौर पर देशद्रोही कहा था। बवाल मचा तो साध्वी ने उक्त बयान पर माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा था कि यदि मेरे शब्दों से यदि दुश्मनों को फायदा होता है तो मैं बयान वापस लेती हूं। उन्होंने यह भी कहा था कि शहीद हेमंत करकरे पर दिए बयान को लेकर मैं माफी मांग चुकी हूं। अब उन लोगों से भी माफी मंगवाई जाए, जिन्होंने मुझे नौ साल तक पीड़ा दी।