पूनम महाजन का ममता बनर्जी पर हमला, कहा- दीदी के यू-टर्न के खिलाफ है युवाओं की रैली
पूनम महाजन ने कहा है कि 2005 में ममता दीदी कुछ बोलती हैं, 2018 में एनआरसी के बारे में कुछ और बोलती हैं।
कोलकाता (एएनआइ)। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आज भारतीय जनता युवा मोर्चा की युवा स्वाभिमान सभा है। मेयो रोड में होने वाली इस सभा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह संबोधित करेंगे। भारतीय जनता युवा मोर्चा की नेता पूनम महाजन ने कहा है कि 2005 में ममता दीदी कुछ बोलती हैं, 2018 में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) के बारे में कुछ और बोलती हैं। इस यू-टर्न के खिलाफ, युवाओं के लिए हम ये रैली कर रहे हैं।
दरअसल, ममता बनर्जी एनआरसी मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ काफी आक्रामक तेवर अपना रही हैं। हालांकि इस मुद्दे पर केंद्र सरकार का मुखर विरोध करने वालीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री भले ही अभी कुछ बोल रही हों, मगर साल 2005 में बांग्लादेशी घुसपैठ पर उनके बोल कुछ और थे। इस मुद्दे पर उन्होंने उस वक्त लोकसभा में जमकर हंगामा किया था। बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर जब उन्हें बोलने की इजाजत नहीं दी गई थी, तब उन्होंने तात्कालीन लोकसभा उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल पर कागजात को फाड़कर फेंक दिए थे। उनका मानना था कि बंगाल में घुसपैठ अब आपदा बन गया है और वोटर लिस्ट में बांग्लादेशी नागरिक भी हैं। लेकिन अब बांग्लादेशी घसुपैठियों के लिए दीदी ममता दिखा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि असम में एनआरसी की कवायद लोगों को विभाजित करने की राजनीतिक मंशा के तहत की गई है। इससे देश में गृह युद्ध छिड़ सकता है और खूनखराबा भी हो सकता है।
भाजपा समर्थकों की बस पर हमला
पश्चिम बंगाल में टीएमसी और भाजपा के बीच जबरदस्त सियासी घमासान देखने को मिल रहा है। अमित शाह की रैली में शामिल होने के लिए कोलकाता आ रहे भाजपा समर्थकों की बस पर हमला किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात कोलकाता जा रही बीजेपी समर्थकों से भरी बस पर पश्चिमी मिदनापुर के चंद्रकोर में हमला किया। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि शनिवार की योजना से राज्य की राजधानी कोलकाता को बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि कोलकाता को छोड़कर, हम एनआरसी के विरोध में पूरे राज्य में रैलियां आयोजित करेंगे। कोलकाता में रविवार को अलग से एक रैली निकाली जाएगी। साथ ही उन्होंने असम सरकार पर एनआरसी मसौदे से बंगालियों को जानबूझकर बाहर रखने का आरोप भी लगाया।