कांग्रेस में सियासी तूफान उफान पर, अब दिग्विजय पर लगा सरकार को ब्लैकमेल करने का आरोप
मीडिया से चर्चा में सिंघार ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में सरकार बनाई है किसी नेता की सरकार नहीं है।
भोपाल, नईदुनिया। वन मंत्री उमंग सिंघार ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ तीसरे दिन भी मोर्चा खोले रखा। दो दिन से उनके बयानों से आया सियासी तूफान तीसरे दिन भी उफान पर रहा। मंगलवार को भोपाल पहुंचे सिंघार ने आरोपों की झ़़डी के दौरान यहां तक कह दिया कि दिग्विजय सिंह सरकार को ब्लैकमेल कर रहे हैं।
वे शेडो सीएम के तौर पर काम कर रहे हैं। दबाव बनाकर भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग कराते हैं। वहीं, अपने ऊपर लगे आरोपों पर दिग्विजय सिंह ने सिर्फ यह कहा कि मेरे मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ हैं, उनसे पूछिए। मुझे और कुछ नहीं कहना।
मीडिया से चर्चा में सिंघार ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में सरकार बनाई है, किसी नेता की सरकार नहीं है। दिग्विजय सिंह शेडो सीएम के रूप में काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार चला रहे हैं मगर सिंह अलग पॉवर सेंटर बनाना चाह रहे हैं। समानांतर सरकार चलाते हैं। वे नीतियों को बदलवाते, ट्रांसफर-पोस्टिंग करवाते हैं।
सिंघार ने दूसरे दिन भी दोहराया कि सिंह अवैध शराब व अवैध रेत उत्खनन में संलिा हैं। उन्हें दिग्विजय सिंह ने 17-18 पत्र लिखे थे, जिनमें से 11 पर कार्रवाई हो गई है। अधिकांश ट्रांसफर पोस्टिंग के हैं।
समय देने के पत्र हुए वायरल
सिंघार ने कहा कि वे अपने क्षेत्र में थे और आज दिग्विजय सिंह को मिलने का समय दिया है। मैं उनके इंतजार में बैठा हूं। उनके दिग्विजय सिंह को लिखे गए पत्र और दिग्विजय सिंह द्वारा उनसे छह सितंबर या आठ से दस सितंबर के बीच समय देने संबंधी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुए।
मंत्री-विधायकों पर आरोपों का ऑडियो भी वायरल
इधर, सियासी गरमाहट के बीच एक आबकारी अधिकारी और आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. आनंद राय का कथित ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें मंत्री उमंग सिंघार, विधायक राजवर्धन सिंह द्वारा शराब ठेकेदार से राशि लिए जाने का जिक्र है। हालांकि जब विधायक सिंह और डॉ. राय से इस बारे में संपर्क किया गया तो उन्होंने कॉल अटैंड नहीं किया।
कमलनाथ से पूछिये, वे ही कुछ कहेंगे: दिग्विजय
वहीं, दूसरी तरफ अपने ऊपर लगे आरोपों पर दिग्विजय सिंह सफाई देने से बच रहे हैं। उन्होंने बस यह भर कहा कि मेरे तो मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ हैं, उनसे ही इस बारे में पूछिए। वे ही कुछ कहेंगे।