VIDEO: Article 370 खत्म होने पर शिवराज बोले- मोदी ने नेहरू की गलती को सुधारा, महबूबा ने बताया काला दिन
Political reactions on Article 370 जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने की सिफारिश के बाद ट्विटर पर इसको लेकर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Political reactions on Article 370, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने के ऐतिहासिक फैसले के बाद ट्विटर पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं की बाढ़ आ गई है। इसे लेकर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि आज का दिन भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन है। उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार के इस फैसले का उपमहाद्वीप में भयावह परिणाम होंगे। भारत सरकार के इरादे स्पष्ट हैं। वे जम्मू-कश्मीर के लोगों को आतंकित इस क्षेत्र पर अधिकार चाहते हैं। कश्मीर पर भारत अपने वादों को निभाने में विफल हो चुका है। आज भारतीय लोकतंत्र में सबसे काला दिन है। भारत सरकार की अनुच्छेद 370 को रद्द करने का एकतरफा निर्णय गैरकानूनी और असंवैधानिक है। इससे जम्मू-कश्मीर में भारत संचालन बल बन जाएगा।'
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान का एक वरदान हैं। ऐसी दृढ़राजनैतिक इच्छा शक्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन और गृहमंत्री अमित शाह को बधाई। पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा की गई जम्मू-कश्मीर की भूल को पीएम मोदी मोदी ने सुधार दी है।
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि भारत की एकता इसकी विविधता पर खड़ी है। भाजपा और आरएसएस विवधिता और संघीय सिद्दांत को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। वे जम्मू-कश्मीर को कब्जे किए क्षेत्र की तरह व्यवहार कर रहे हैं।
इस फैसले के बाद मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मिठाई बांटी।
अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि राष्ट्र को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया मजबूत कदम है।
वरिष्ठ इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने इस फैसले को गलत बताते हुए कहा 'यह लोकतंत्र नहीं है, यह तानाशाही है। असुरक्षित शासक जो संसद के अंदर या बाहर भी उचित बहस नहीं करते हैं। रामचंद्र गुहा ने कहा ' जय प्रकाश नरायण ने 1966 में कहा था कि अगर हम यदि हम इन लोगों पर बलपूर्वक शासन करते हैं, उन्हें दबाते हैं या किसी माध्यम से उनके राज्य के नस्लीय या धार्मिक चरित्र को बदल देते हैं, तो मुझे लगता है कि राजनीतिक रूप से यह सबसे निंदा योग्य काम होगा।'
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने कहा 'मैं बस इतना कह सकता हूं कि संवैधानिक रूप से इसमें कोई कानूनी और संवैधानिक दोष नहीं पाया जा सकता है। मामले का सावधानीपूर्वक अध्ययन किया है। लेकिन अगर यह राजनीतिक कारणों से फैसला लिया गया है तो मैं इसपर कुछ नहीं कह सकता।'
इसके खतरनाक परिणाम होंगे: उमर अब्दुल्ला
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा भारत सरकार के इस एकतरफा और चौंकाने वाले फैसले ने जम्मू कश्मीर के लोगों के भरोसे को तोड़ दिया है। इस फैसले के दूरगामी और खतरनाक परिणाम होंगे। इस असंवैधानिक फैसले का नेशनल कांफ्रेंस पुरजोर विरोध करेगी।
इस्लामिक स्कॉलर तारिक फतेह ने कहा ' 70 साल की देरी के बाद नई दिल्ली ने जम्मू कश्मीर को पूरी तरह से भारत में शामिल करने और इसके विशेषाधिकार को हटाने का फैसला किया है। गो इंडिया गो! अगला कदम POK! जय हिन्द!'
आरएसएस ने कहा 'हम सरकार के साहसिक फैसले का स्वागत करते हैं। यह जम्मू कश्मीर के साथ-साथ पूरे देश के हित के लिए बहुत आवश्यक था। स्वार्थी उद्देश्यों और राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर, सभी को इस कदम का स्वागत और समर्थन करना चाहिए।'
भाजपा ने ट्वीट किया ' संविधान के अनुच्छेद 370(3) के अंतर्गत जिस दिन से राष्ट्रपति द्वारा इस सरकारी गैजेट को स्वीकार किया जाएगा, उस दिन से अनुच्छेद 370 (1) के अलावा अनुच्छेद 370 के कोई भी खंड लागू नहीं होंगे: गृह मंत्री श्री अमित शाह।
@AmitShah #BharatEkHai pic.twitter.com/3sJF8xuC7V— BJP (@BJP4India) August 5, 2019
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा ' मुझे लगता है सरकार को घाटी के नेताओं को इसकी जानकारी देनी चाहिए थी, जो सरकार ने दुर्भाग्य से नहीं किया। इसके बाद ही अनुच्छेद 370 पर फैसला लेना चाहिए था।'
कांग्रेस ने कहा वोट के लिए उठाया गया कदम
कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम ने कहा ' हमने दुस्साहस की आशंका जताई, लेकिन यह नहीं सोचा था कि वे ऐसा भयावह कदम उठाएंगे। इसके अलावा गुनाम नबी आजाद ने कहा कि भाजपा ने यह कदम वोट के लिए उठाया है। वो राज्य की एकता और अखंडता के साथ खेल रहे हैं।
पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी ने कहा 'मुझे नहीं लगता कि यहां कोई ऐतिहासिक कदम है। यह एक राजनीतिक निर्णय है और यह फैसला सही नहीं है।'
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा 'मैं सही साबित हुआ। अनुच्छेद 370 को खत्म करने के लिए हमें संवैधानिक संशोधन की आवश्यकता नहीं है। अमित शाह ने संसद को सूचित कर दिया है कि राष्ट्रपति ने पहले ही इसे अधिसूचित कर दिया था। अनुच्छेद 370 आज खत्म हो गया।'
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा 'बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय. श्रेष्ठ भारत- एक भारत का अभिनन्दन।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा ' यह एक अस्थायी प्रावधान था जिसे स्थायी नहीं माना जा सकता। इसे जाना ही था। अलग स्टेटस के कारण अलगाववाद को बढ़ावा मिला। कोई भी गतिशील राष्ट्र इसे जारी रखने की अनुमति नहीं दे सकता है। ऐतिहासिक गलती को आज सुधारा गया। अनुच्छेद 35A भारत को संविधान के अनुच्छेद 368 के तहत प्रक्रिया का पालन किए बगैर लागू किया गया था। इसे जाना ही था।
वसुंधरा राजे ने कहा ' अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35A को खत्म करने में 65 साल लगे, लेकिन आज इस ऐतिहासिक गलती को सुधार लिया गया। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को घाटी के लोगों के आजादी और पहचान दिलाने के लिए धन्यवाद।
योगगुरु स्वामी रामदेव ने कहा 'अखंड भारत की जय हो.... तेरा वैभव अमर रहे मां.........हम दिन चार रहे ना रहे.......।'
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा ' जम्मू कश्मीर पर सरकार के फैसले का हम समर्थन करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इस फैसले राज्य में शांति और विकास होगा।
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के लिए सोमवार को ऐतिहासिक बदलाव की पेशकश की। उन्होंने यहां से अनुच्छेद 370 हटाने की सिफारिश की। इस बदलाव को राष्ट्रपति की ओर से मंजूरी दे दी गई है।राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अनुच्छेद 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे। इसमें सिर्फ एक खंड रहेगा। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया।
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