अनुच्छेद-370 हटाए जाने का विरोध करने वाले गिरफ्तार राजनीतिक नेता हुए रिहा: राम माधव
भारतीय जनता पार्टी नेता राम माधव ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद- 370 हटाए जाने के बाद हिरासत में लिए गए ज्यादातर राजनीतिक नेताओं को छोड़ दिया गया है।
श्रीनगर, पीटीआई। भारतीय जनता पार्टी के महा सचिव राम माधव ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद- 370 हटाए जाने का विरोध करने वाले हिरासत में लिए गए ज्यादातर राजनीतिक नेताओं को छोड़ दिया गया है। वहीं बाकी बचे 20-25 नेताओं को भी आने वाले कुछ हफ्तों में ही छोड़ दिया जाएगा।
बता दें कि 5 अगस्त, 2019 को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी के बाद जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद- 370 हटा दिया गया था। इसके साथ ही भाजपा नेता राम माधव ने यहां के राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि जो भी जम्मू-कश्मीर की शांति और विकास के रास्ते में बाधा पैदा करने की कोशिश करेगा, उससे सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा था कि अभी तक जम्मू-कश्मीर में सिर्फ कुछ परिवारों के कुछ नेताओं के लिए ही काम किया जाता था, लेकिन अब जो कुछ भी हो रहा है वह इस राज्य के लाखों परिवारों के लिए हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अब जम्मू और कश्मीर के लिए केवल दो रास्ते होंगे पहला शांति और दूसरा विकास का। जो भी इसके बीच में आएगा उससे कड़ाई से निपटा जाएगा। भारत में उन लोगों के लिए कई जेल हैं।
मोदी सरकार ने कांग्रेस की ऐतिहासित भूल को सुधारा
अनुच्छेद 370 हटाए जाने का समर्थन करते हुए राम माधव ने कहा था कि कांग्रेस ने अलोकतांत्रिक तरीके से अनुच्छद 370 लगाकर ऐतिहासिक भूल की थी जिसे मोदी सरकार ने लोकतांत्रिक तरीके से हटाकर भूल को सुधारा है। उन्होंने आगे कहा कि अनुच्छेद 370 हट चुकी है और अब वापस नहीं आने वाली है।
CAA को लेकर विपक्ष पर तीखा हमला
इसके अलावा राम माधव नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर भी विपक्ष पर हमला कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि कानून का विरोध करने वाले विपक्षी दलों को सीएए का बिलकुल भी ज्ञान नहीं है। इस देश में नागरिकता पाने के कुछ नियम हैं और इसी के जरिए कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी और सिंगर अदनान सामी को भारतीय नागरिकता हासिल हुई है।