लॉकडाउन के बीच फिट रहने का 'मोदी मंत्र', पीएम ने शेयर किया अपना फिटनेस वीडियो
देश में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच लोगों को फिट रहने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना फिटनेस वीडियो शेयर किया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। लॉकडाउन के दौरान लोगों को फिट रहने के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने कुछ वीडियो शेयर किए। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा था कि अगर मैं फिटनेस के बारे में बात करूंगा, तो बहुत वक्त लगेगा, इसलिए मैं कुछ वीडियो अपलोड करूंगा। पीएम मोदी के फिटनेस वीडियो को आप नमो एप पर भी उन्हें देख सकते है।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने कहा था कि मैं कोई फिटनेस एक्सपर्ट नहीं हूं और न ही योग प्रशिक्षक हूं। मैं केवल अभ्यास करता हूं। हां, यह सच है कि कुछ योगासनों से मुझे बहुत लाभ हुआ है। संभव है कि इनमें से कुछ टिप्स लॉकडाउन के दौरान आपको फायदा पहुंचाएं। नवरात्र के व्रत पर पीएम मोदी ने कहा, 'यह मेरे, मेरे विश्वास और परमशक्ति के बीच की बात है।'
During yesterday’s #MannKiBaat, someone asked me about my fitness routine during this time. Hence, thought of sharing these Yoga videos. I hope you also begin practising Yoga regularly. https://t.co/Ptzxb7R8dN" rel="nofollow — Narendra Modi (@narendramodi) March 30, 2020
लक्ष्मण रेखा का पालन करें
मन की बात में प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की प्रासंगिकता के बारे में बात करते हुए कहा की कुछ लोगों को लग सकता है कि लॉकडाउन का पालन कर वे दूसरों की मदद कर रहे हैं! यह एक गलत धारणा है। यह लॉकडाउन अपने और अपने परिवार की रक्षा करने का एक साधन है।" अगले कई दिनों तक, आपको इस लॉकडाउन के बीच लक्ष्मण रेखा का पालन करना होगा।
तकलीफ के लिए मांगी क्षमा
देश में कोरोना वायरस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशवासियों के साथ मन की बात की। इस दौरान पीएम मोदी ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को हो रही तकलीफ के लिए क्षमा मांगी। इस दौरान पीएम ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों से भी बात की।
सोशल डिस्टेंसिंग मतलब सोशल इंटरैक्शन को खत्म करना
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने का सबसे कारगर तरीका सोशल डिस्टेंसिंग है, लेकिन हमें ये समझना होगा कि सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब सोशल इंटरैक्शन को खत्म करना नहीं है। वास्तव में ये समय अपने सभी पुराने सामाजिक रिश्तों में नई जान फूंकने का है, रिश्तों को तरोताजा करने का है।