प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित बच्चों से आज मुलाकात करेंगे पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित बच्चों से शुक्रवार को मुलाकात करेंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' के विजेता बच्चों से बातचीत करेंगे। मोदी 1730 आदिवासी कलाकारों, एनसीसी कैडेटों, एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) के सदस्यों और उन कलाकारों से भी मुलाकात करेंगे जो गणतंत्र दिवस पर 'एटहोम' कार्यक्रम में भाग लेंगे।
आधिकारिक वक्तव्य के अनुसार 49 पुरस्कार विजेताओं में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लोग हैं। खासकर जम्मू और कश्मीर, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश से एक-एक व्यक्ति को अवार्ड मिला है। बच्चों को कला-संस्कृति, शोध, समाजसेवा, खेल और बहादुरी के क्षेत्र में मिला है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विगत बुधवार को इन बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कार दे चुके हैं। बयान में कहा गया है कि भारत सरकार बच्चों को राष्ट्र निर्माण में सबसे अहम साझीदार मानती है। उनकी उम्मीदों मान्यता और उपलब्धियों पर पुरस्कार दिए जाएंगे।
तीन बच्चों को गहरे समुद्र में डूबने से बचाया
केरल के रहने वाले 17 वर्षीय मोहम्मद मुहसिन ईसी ने अपने तीन दोस्तों को गहरे समुद्र में डूबने से बचाया लेकिन खुद समुद्र में डूब गया। उसका शव अगले दिन मिला। इस बहादुर बच्चे को मरणोपरांत अभिमन्यु अवार्ड से नवाजा गया।
बस में आग लगने से 40 लोगों को बचाया
परिषद का सबसे बड़ा सम्मान भारत अवार्ड केरल के ही रहने वाले आदित्य के. को प्रदान दिया गया। आदित्य ने पर्यटकों से भरी एक बस मे आग लग जाने पर बहादुरी दिखाते हुए उस बस के शीशे तोड़ कर 40 से ज्यादा लोगों की जिंदगी बचाई। आदित्य उस बस में सवार था और आग लगने के बाद ड्राइवर बस छोड़ कर भाग गया था और यात्री धुआं भरने की वजह से चीख पुकार करने लगे थे। ऐसे में आदित्य ने सूझबूझ दिखाते हुए बस के शीशे को तोड़ दिया, जिससे यात्री बाहर निकल पाए। भारत पुरस्कार के तहत परिषद की ओर से 50 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है। जबकि अभिमन्यु पुरस्कार के तहत 40 हजार रुपये।
मार्कंडेय अवार्ड उत्तराखंड के रहने वाली 10 वर्षीय राखी को मिला, जबकि ध्रुव अवार्ड ओडिशा की रहने वाली पूर्णिमा गिरी और सबिता गिरी को मिला। ओडिशा की रहने वाली 10 वर्षीय बदरा को प्रह्लाद अवार्ड से सम्मानित किया गया। जम्मू कश्मीर की रहने वाली 17 वर्षीय सरताज मोहीदीन मुगल को श्रवण अवार्ड प्रदान गया। इन सभी पुरस्कारों के तहत 40 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई।
सामान्य पुरस्कार में कई बच्चे शामिल
इसके अलावा सामान्य सम्मान के तहत प्रत्येक को 20-20 हजार रुपये की राशि प्रदान किए गए। सामान्य पुरस्कार पाने वालों में मणिपुर की आठ वर्षीय लारेंबम याईखोंबा मंगांग, मिजोरम की पौने 17 वर्षीय लालियानसांगा, कर्नाटक की सवा 11 वर्षीय बेंकटेश, छत्तीसगढ के नौ वर्ष के कांति पैकरा, जम्मू कश्मीर के साढे़ 18 वर्षीय मुदासिर अशरफ, कर्नाटक की 9 वर्षीय आरती किरण शेट, मिजोरम की 11 वर्षीय कैरोलिन मलसामतुआंगी, छत्तीसगढ की साढे 12 वर्षीय भामेरी निर्मलकर, मेघालय के पौने 11 वर्षीय एवरब्लूम के नोंगरम, हिमाचल प्रदेश के साढे 13 वर्षीय अलाईका, असम के पौने 11 वर्षीय कमल कृष्णा दास, केरला के सवा 13 वर्षीय फतह पीके, मिजोरम के पौने 13 वर्षीय बनलालरियातरेंगा , महाराष्ट्र के पौने 11 वर्षीय जेन सदावरते व 15 वर्षीय आकाश मच्छिंद्रा खिल्लारे शामिल हैं।
1957 में हुई थी शुरुआत
ज्ञात हो कि भारतीय बाल कल्याण परिषद (आईसीसीडब्ल्यू) ने मंगलवार को ही इस सम्मान के लिए 10 लड़कियों और 12 लड़कों के नामों का ऐलान किया था। हर वर्ष गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी के पहले वीर बच्चों को सम्मानित किया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1957 में भारतीय बाल कल्याण परिषद ने की थी। इस सम्मान के तौर पर एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है। इस पुरस्कार के तहत सामान्य सम्मान भी दिया जाता है। इसके अंतर्गत प्रत्येक को 20-20 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है।