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पीएम मोदी ने शीर्ष चिकित्सकों के साथ बैठक की, कोरोना से लड़ाई में टीकाकरण को माना सबसे बड़ा हथियार

PM Modi meet with pharma companies प्रधानमंत्री मोदी थोड़ी ही देर में देश के शीर्ष चिकित्सकों के साथ कोरोना संकट से पैदा हुई मौजूदा स्थिति पर संवाद करेंगे। वह देश की प्रमुख फार्मा कंपनियों के प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 04:34 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 09:02 PM (IST)
पीएम मोदी ने शीर्ष चिकित्सकों के साथ बैठक की, कोरोना से लड़ाई में टीकाकरण को माना सबसे बड़ा हथियार
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को देश के शीर्ष चिकित्सकों के साथ बैठक की।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को देश के शीर्ष चिकित्सकों के साथ बैठक की। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में पीएम मोदी ने कोरोना संकट से पैदा हुई मौजूदा स्थिति पर बातचीत की। इस बैठक में डॉ. हर्षवर्धन और केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया भी मौजूद थे। बैठक में पीएम मोदी ने कोरोना से लड़ाई में वैक्सीनेशन को सबसे बड़ा हथियार माना। 

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प्रधानमंत्री मोदी ने चिकित्सकों से ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। इस बैठक में पीएम मोदी ने महामारी की मौजूदा स्थिति के साथ ही टीकाकरण अभियान की समीक्षा की। पीएम मोदी ने महामारी के समय चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के सेवा भाव को अमूल्य बताते हुए उनकी तारीफ भी की। उन्होंने यह भी नोट किया कि मौजूदा वक्‍त में कोरोना टियर -2 और टियर -3 शहरों में तेजी से फैल रहा है। 

प्रधानमंत्री ने चिकित्‍सकों से कहा कि वे अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे अपने साथियों को ऑनलाइन बैठकें करके सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में घबराहट का शिकार नहीं होना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्‍होंने डॉक्‍टरों को सलाह दी कि उचित इलाज के साथ-साथ अस्पतालों में भर्ती मरीजों की काउंसलिंग पर भी जोर दिया जाना चाहिए। 

मालूम हो कि देश में कोरोना की दूसरी लहर से पैदा हुए हालात पर पीएम मोदी लगातार बैठकें कर रहे हैं। गौर करने वाली बात है कि ये बैठकें ऐसे समय में हो रही हैं जब भारत में कोरोना संक्रमण के मामले रोज नए रिकॉर्ड कायम कर रहे हैं। सोमवार को एक दिन में रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले सामने आए। यही नहीं देश के कई राज्यों से ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। 

बीते 17 अप्रैल को पीएम मोदी ने वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। उन्‍होंने इस बैठक में कोरोना के खिलाफ जंग में वैक्सीन व रेमडेसिविर जैसी दवाओं की अहमियत और देश में इनकी किल्लत को देखते हुए इनका उत्पादन बढ़ाने के लिए पूरी ताकत लगाने का आह्वान किया था। पीएम मोदी ने बैठक में कहा था कि देश में निजी और सरकारी क्षेत्र की पूरी फार्मास्युटिकल क्षमता का इस्तेमाल इस दिशा में किए जाने की जरूरत है। 

प्रधानमंत्री ने पिछली बैठक में कोरोना से निपटने के लिए टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर देते हुए कहा था कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इसका कोई विकल्प नहीं है। प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्यों के बीच करीबी समन्वय की जरूरत पर जोर दिया था। बैठक में उन्‍होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि रेमडेसिविर और अन्य दवाओं का इस्तेमाल मेडिकल गाइडलाइंस के हिसाब से ही हो। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में सोमवार को कोरोना के एक दिन में रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले सामने आए। साथ ही संक्रमण के कुल मामले डेढ़ करोड़ के पार पहुंच गए। इसके साथ ही देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 19 लाख से अधिक हो गई है। देश में कोरोना संक्रमण के कुल 1,50,61,919 मामले सामने आए हैं। यही नहीं बीते 24 घंटे में 1,619 लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 1,78,769 हो गई है।


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