पीएम मोदी का IIT छात्रों को बड़ा तोहफा, 1000 करोड़ की आर्थिक मदद का एलान
मोदी ने कहा, आइआइटी उन संस्थानों में है, जो न्यू इंडिया की न्यू टेक्नोलॉजी के लिए काम कर रहा है।
मुंबई (एएनआइ)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने आइआइटी छात्रों को बड़ा तोहफा दिया है। बॉम्बे आइआइटी के 56वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने इस की घोषणा की। इस कार्यक्रम में मोदी ने छात्रों को संबोधित भी किया। सबसे पहले उन्होंने डिग्री पाने वाले देश-विदेश के सभी विद्यार्थियों व उनके परिवार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं। मोदी ने कहा, 'आइआइटी उन संस्थानों में है, जो न्यू इंडिया की न्यू टेक्नोलॉजी के लिए काम कर रहा है। आने वाले वक्त में दुनिया का विकास कैसा होगा, यह नई टेक्नोलॉजी तय करेगी। ऐेसे में आपका रोल बहुत अहम हो जाता है।'
पीएम मोदी संबोधन की खास बातें
- आइआइटी को देश और दुनिया भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में जानती है, लेकिन आज हमारे लिए इनकी परिभाषा थोड़ी बदल गई है। ये सिर्फ टेक्नोलॉजी की पढ़ाई से जुड़े स्थान भर नहीं रह गए हैं, बल्कि आइआइटी आज 'इंडियाज इंस्ट्रूमेंट फॉर ट्रांसफॉर्मेशन' बन गए हैं।
- आज ऊर्जा और पर्यावरण दोनों सबसे बड़ी चुनौती है। मुझे भरोसा है कि इन दोनों क्षेत्र में शोध के लिए यहां बेहतर माहौल स्थापित होगा। सौर ऊर्जा स्वच्छ ऊर्जा का एक बहुत बड़ा स्रोत साबित होने वाली है। मैंने विश्व ईंधन दिवस पर कहा था कि स्वच्छ ऊर्जा देश के आइआइटी इंस्टीट्यूट्स में पढ़ाई जाए।
- स्टार्टअप की जिस क्रांति की तरफ देश आगे बढ़ रहा है, उसका एक बहुत बड़ा सोर्स हमारे आइआइटी हैं। आज दुनिया आइआइटी को यूनिकॉर्न स्टार्टअप की नर्सरी तक मान रही है। ये एक प्रकार से तकनीक के दर्पण हैं, जिसमें दुनिया को भविष्य नजर आता है।
- बीते 6 दशकों की निरंतर कोशिशों का ही परिणाम है कि आइआइटी बॉम्बे ने देश के चुनिंदा Institutions of Eminence में अपनी जगह बनाई है। आपको अब एक हज़ार करोड़ रुपए की आर्थिक मदद मिलने वाली है, जो आने वाले समय में यहां इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में काम आने वाला है।
मोदी ने छात्रों को प्रदान किये मेडल
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने तीन छात्रों को गोल्ड मेडल व 43 छात्रों को सिल्वर मेडल प्रदान किया। पीएम ने कहा, 'आज जो डिग्री आपको मिली है, ये आपकी निष्ठा व प्रतिबद्धता का प्रतीक है। याद रखिए कि ये सिर्फ एक पड़ाव भर है, असली चुनौती आपका बाहर इंतजार कर रही है। आपने आज तक जो हासिल किया और आगे जो करने जा रहे हैं, उससे आपकी अपनी, आपके परिवार की, 125 करोड़ देशवासियों की उम्मीदें जुड़ी हैं।'
दीक्षांत समारोह के बाद प्रधानमंत्री आइआइटी बॉम्बे में ऊर्जा विज्ञान और इंजीनियरिंग के नए भवन और सेंटर फॉर एन्वॉयरामेंटल साइंस एंड इंजीनियरिंग का उद्घाटन किया।
बता दें कि आइआइटी बॉम्बे वर्ष 1958 में स्थापित हुआ था। इस साल ये अपनी 'डायमंड जुबली' मना रहा है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर राव और राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।