राहुल गांधी ने पीएम मोदी से की मेघालय में खनिकों को बचाने की अपील, कसा ये तंज
करीब 15 खनिक 13 दिसंबर को एक कोयला खदान में फंस गए थे। खदान में फंसे 15 लोगों को बचाने का कार्य सोमवार को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया था।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। मेघालय के जयंतिया हिल्स जिले में कोयला खदान में फंसे 15 लोगों के बचाव कार्य के मुद्दे पर भी राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसा है।
पीएम मोदी पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'वहां 15 खनिक दो सप्ताह से बाढ़ के पानी से भरी कोयला खदान में सांस लेने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यहां प्रधानमंत्री ने बोगीबील ब्रिज पर कैमरों के लिए पोज़ दे रहे हैं। उनकी सरकार ने बचाव के लिए उच्च दबाव वाले पंपों की व्यवस्था करने से इनकार कर दिया है। प्रधानमंत्री प्लीस इन खनिकों को बचाएं।'
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, '11 दिनों से 15 खनिक मेघालय के जयंतिया हिल्स में मुश्किल हालात में फंसे हुए हैं। पानी निकालने का काम तत्काल तेज किया जाना चाहिए। एक-एक मिनट महत्वपूर्ण है। लेकिन मोदी सरकार की ओर से देर से प्रतिक्रिया की गई। मैं खनिकों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करने खुद को राष्ट्र के साथ शामिल करता हूं।'
गौरतलब है कि करीब 15 खनिक 13 दिसंबर को एक कोयला खदान में फंस गए थे। खदान में फंसे 15 लोगों को बचाने का कार्य सोमवार को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया था। उपायुक्त एफएम दोप्थ ने बताया कि नए पंप मिलने के बाद बचाव कार्य फिर से चालू किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा, 'पानी निकालने के लिए लगे पंपों से पानी का स्तर नीचे नहीं किया जा सका है, इसलिए इस कार्य को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया।'
सोमवार को पुलिस अधीक्षक सिलवेस्टर नौंगटिंगर ने कहा कि राहत व बचाव अभियान में राष्ट्रीय व राज्य स्तर के करीब 100 कर्मी जुटे हैं। पानी घटने का इंतजार किया जा रहा है। जब पानी का स्तर करीब 30 फीट तक घट जाएगा, तब गोताखोर अपने अभियान पर जुटेंगे। बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ टीम के कमांडेंट एसके सिंह ने कहा कि खदान में पानी का स्तर अभी 70 फीट है।
बता दें कि अवैध रूप से कोयला निकालने गए 15 लोग पिछले 13 दिसंबर से खदान में फंसे हैं। 13 दिसंबर को कुल 20 लोग खदान में घुसे थे जिसमें पांच बाहर आने में सफल रहे। सारे लोग खदान में संकरी सुरंगों से घुसे। स्थानीय लोगों के अनुसार खदान में घुसे लोगों में से किसी ने गलती से नदी से नजदीक वाली दीवार तोड़ दी जिससे सुरंग में पानी भर गया।