पीएम मोदी ने किया मॉरिशस में सुप्रीम कोर्ट के नए भवन का उद्घाटन, कहा- भारत-मॉरिशस मैत्री अमर रहे
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉरिशस में सुप्रीम कोर्ट भवन का उद्घाटन किया। इसका निर्माण भारत के सहयोग से हुआ है।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ (Mauritian PM Pravind Jugnauth) ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संयुक्त रूप से मॉरिशस के नए सुप्रीम कोर्ट भवन का उद्घाटन किया। देश की राजधानी पोर्ट लुई में इस भवन का निर्माण भारत के आर्थिक सहयोग से किया गया है। इस उद्घाटन समारोह में जज, न्याय विभाग के अधिकारी के अलावा दोनों देशों के गणमान्य लोगों ने भी हिस्सा लिया। इस मौके पर मौके पर मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने हिंदी में कहा कि मोदी जी, हमारा देश, हमारी जनता आपके समर्थन के लिए आभारी है।
उद्घाटन समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कुशल प्रबंधन के लिए मैं मॉरिशस की सरकार और लोगों को बधाई देना चाहूंगा। मुझे खुशी है कि भारत दवाइयों की समय पर आपूर्ति और अनुभवों को साझा करने के माध्यम से इस प्रयास का समर्थन करने में सक्षम था।
दोनों देशों के बीच रहे मैत्रीपूर्ण संबंध
वर्चुअल इवेंट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इतिहास में डेवलपमेंट पार्टनरशिप के नाम पर देशों को एक दूसरे पर निर्भर होना मजबूरी थी और इससे औपनिवेशिक व्यवस्था को बढ़ावा मिला। भारत के लिए विकसित सहयोग का मूल सिद्धांत पार्टनरों का सम्मान करना है। उन्होंने कहा, 'पोर्ट लुइस में नया सुप्रीम कोर्ट भवन भारत-मॉरिशस सहयोग का प्रतीक है।' संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच मैत्री के संबंध को और मजबूत बनाने पर जोर देते हुए कहा- 'भारत-मॉरिशस मैत्री अमर रहे।' इस बात को उन्होंने मॉरिशस की स्थानीय भाषा में भी कहा, 'विव लामिते एंत्र लांद ए मोरीस।'
मॉरिशस के पीएम ने पीएम मोदी को कहा- 'धन्यवाद'
मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद अदा किया और कहा, 'एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हृदय से धन्यवाद देता हूं कि मॉरिशस उनके दिल के बहुत करीब है।' मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'सरकार और मॉरिशस के लोगों को COVID19 वैश्विक महामारी के प्रभावी प्रबंधन के लिए बधाई देता हूं। मुझे खुशी है कि भारत समय पर दवाइयों की आपूर्ति और अनुभवों को साझा करके कोरोना प्रबंधन में सहयोग दे सका।' प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'भारत और मॉरिशस दोनों ही हमारी स्वतंत्र न्यायपालिकाओं को हमारी लोकतांत्रिक प्रणालियों के महत्वपूर्ण स्तंभों के रूप में सम्मान देते हैं। यह नई इमारत अपने आधुनिक डिजाइन और निर्माण के साथ इस सम्मान की निशानी है।'
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत की ओर से मॉरिशस को वर्ष 2016 में विशेष आर्थिक पैकेज का सहयोग दिया गया था जिसके तहत वहां पांच इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जाना है। इसमें से दो का शुभारंभ पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी ने किया था।'
#WATCH Live - Prime Minister Narendra Modi and Mauritian PM Pravind Jugnauth jointly inaugurate the new Supreme Court building of Mauritius through video conferencing. https://t.co/8JY0j2iK7c" rel="nofollow— ANI (@ANI) July 30, 2020
2016 में भारत ने दिया था विशेष आर्थिक पैकेज
मॉरिशस की राजधानी पोर्ट लुईस में भारत की सहायता से बनी यह पहली आधारभूत संरचना है। वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री मोदी व मॉरिशस के प्रधानमंत्री ने संयुक्त रूप से वहां मेट्रो एक्सप्रेस व नया ENT अस्पताल प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया था। पहले चरण में मेट्रो एक्सप्रेस प्रोजेक्ट का काम पिछले साल सितंबर माह में पूरा हो गया था, जबकि दूसरे चरण के अंतर्गत 14 किलोमीटर लंबे मेट्रो लाइन बिछाने का काम अभी जारी है। बता दें कि भारत के सहयोग से ही वहां 100 बेड के अस्पताल का निर्माण शुरू हुआ था। वर्ष 2016 में भारत ने 35.3 करोड़ डॉलर का विशेष आर्थिक पैकेज दिया था। यह परियोजना निर्धारित समय में और अनुमानित से कम लागत में पूरी हुई है। यह भवन 4700 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है।
भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत की ओर से दिए गए आर्थिक सहयोग से वहां का सुप्रीम कोर्ट भवन समय के साथ पूरा हो जाएगा और इससे भारतीय कंपनियों को भी मॉरिशस में मौका मिलेगा।'