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भारत-चीन तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी आज शाम 4 बजे देश को संबोधित करेंगे

गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन के साथ तनाव बरकरार है। ऐसे में पीएम मोदी का मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन काफी अहम माना जा रहा है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 10:27 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 07:33 AM (IST)
भारत-चीन तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी आज शाम 4 बजे देश को संबोधित करेंगे
भारत-चीन तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी आज शाम 4 बजे देश को संबोधित करेंगे

 नई दिल्ली, एएनआई। कोरोना के खिलाफ जारी जंग और चीन से सीमा पर तनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को शाम 4 बजे देश को संबोधित करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक पीएम मोदी देश को 12 बार संबोधित कर चुके हैं। आज उनका 13वां संबोधन होगा। बता दें कि देश भर में एक तरफ जहां कोरोना वायरस के आंकड़े तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन के साथ तनाव बरकरार है। ऐसे में पीएम मोदी का मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन काफी अहम माना जा रहा है।

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गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए कोरोना से लेकर तूफान, टिड्डी हमले लद्दाख में शहीद हुए जवानों का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि सैकड़ों आक्रांताओं ने देश पर हमला किया, लेकिन भारत इससे भव्य होकर सामने आया। वहीं, चीन का नाम लिए बगैर पीएम मोदी ने कहा था कि लद्दाख में भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है। वहीं 'मन की बात' में पीएम मोदी ने कहा था कि कोरोना के संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है। अब हम अनलॉक के दौर में हैं। अनलॉक के इस वक्त में दो बातों पर ध्यान देने की जरूरत है। कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना और ताकत देना है। इससे पहले पीएम मोदी अगल-अलग मुद्दों पर  12 बार देश को संबोधित कर चुके हैं।

पहला संबोधन: कालेधन पर वार

प्रधानमंत्री मोदी ने 8 नवंबर 2016 को कालेधन पर लगामा लगाने के लिए 500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि आज रात 12 बजे के बाद से 500 और 1000 रुपए के नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे।

दूसरा संबोधन: लोकहित की बात

31 दिसंबर 2016 को नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार राष्ट्र को संबोधित करते किया। इस दौरान उन्होंने विमुद्रीकरण और काले धन पर बात की। उन्होंने कहा कि बैंक गरीबों को ध्‍यान में रखकर काम करें और लोकहित में उचित निर्णय लें।

तीसरा संबोधन: पुलवामा पर प्रतिक्रिया

15 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देश को हिलाकर रखने वाले पुलवामा हमले पर बात की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि मैं लोगों की भावनाओं और उनके गुस्से को समझता हूँ, हमने सुरक्षा बलों को पूरी स्वतंत्रता दी हुई है और हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर पूरा भरोसा है।

चौथा संबोधन: मिशन शक्ति की बधाई

27 मार्च 2019 को पीएम मोदी ने मिशन शक्ति की सफलता के अवसर पर देशावासियों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने कहा था कि हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर पृथ्वी की निचली कक्षा (एलईओ) में एक लाइव सेटेलाइट को मार गिराया है। यह लाइव सेटेलाइट एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, जिसे एंटी-सेटेलाइट मिसाइल द्वारा मार गिराया गया। यह अभियान तीन मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

पांचवां संबोधन: अनुच्छेद 370 पर बात

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद पीएम मोदी ने 8 अगस्त 2019 को रात 8 बजे देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के युवाओं को राज्य के एक खूबसूरत कल का ख्वाब दिखाया। नरेंद्र मोदी ने युवाओं को मुख्यधारा में लाने के साथ साथ करप्शन से निजात दिलाने और रोजगार से जोड़ने के वादे भी किए।

छठा संबोधन: बढ़ाया वैज्ञानिकों का हौसला

चंद्रयान-2 का चांद पर उतरने से पहले संपर्क टूटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 सितंबर 2019 को अपने संबोधन में वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया। पीएम ने इसरो के कंट्रोल सेंटर से इसरो के वैज्ञानिकों को और देश को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि हम निश्चित रूप से सफल होंगे।

सातवां संबोधन: शांति की अपील

9 नवंबर 2019 को जब प्रधानमंत्री मोदी सातवीं बार देश को संबोधित करने आये, तो उन्होंने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पंजाब में करतारपुर कॉरिडोर पर बात की। अपने संबोधन में उन्होंने देश की जनता से शांति, सौहार्द और सद्भाव का महौल बनाने की अपील की।

आठवां संबोधन: जनता कर्फ्यू

19 मार्च 2020 को रात 8 बजे पीएम मोदी कोरोना वायरस को लेकर देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए रविवार को जनता कर्फ्यू का आव्हान किया। साथ ही उन्होंने कहा कि 22 मार्च को शाम पांच बजे, पांच मिनट तक तक उन सभी लोगों का ताली बजाकर धन्यवाद अर्पित करें, जो खतरा उठाकर आवश्यक कामों में लगे हैं।

नौवां संबोधन: 21 दिनों का लॉकडाउन

24 मार्च को जब प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित किया, तो उन्होंने कोरोना से मुकाबले के लिए देशवासियों से कुछ समय मांगा। रात आठ बजे अपने संबोधन में उन्होंने पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन करने की घोषणा की।

दसवां संबोधन: मांगे नौ मिनट

कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री ने 3 अप्रैल को तीसरी बार देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए घर की लाइट बुझाकर छत पर या बालकनी में दीये जलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि हम प्रकाश की ताकत से कोरोना के अंधकार को मिलकर मात देंगे।

ग्यारवां संबोधन: लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाया

प्रधानमंत्री मोदी ने 14 अप्रैल को 11वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। इस संबोधन में उन्होंने कोरोना के खिलाफ जंग में कदम आगे बढ़ाते हुए लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 3 मई कर दी।

बारहवां संबोधन: आर्थिक पैकेज की घोषणा

प्रधानमंत्री मोदी ने 12 मई को 12वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। इस संबोधन में पीएम मोदी ने देश को कोरोना संकट से बाहर निकालने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के एक बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की। 


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