Mann Ki Baat: PM मोदी बोले- भारत पर बुरी नजर डालने वालों को मिला करारा जवाब
Mann Ki Baat पीएम मोदी ने कहा कि भारत दोस्ती निभाना जानता है तो आंखों में आंखें डालकर जवाब देना भी जानता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना संकट और चीन से तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के साथ भारत अपने पड़ोसियों की चुनौतियों से भी निपट रहा हैI लद्दाख में भारत की जमान पर बुरी नजर डालने वालों को करारा जवाब दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत दोस्ती निभाना जानता है, तो आंखों में आंखें डालकर जवाब देना भी जानता है। इसके साथ ही पीएम ने लोगों से एक बार फिर सामाजिक दूरी का पालन करने और मास्क पहनने की अपील की।
Mann Ki Baat Highlights:
- कोरोना के संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है। अब हम अनलॉक के दौर में हैं। अनलॉक के इस समय में दो बातों का बहुत ध्यान रखना होगा है। कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना: पीएम मोदी
- इस बात को हमेशा याद रखिए कि अगर आप मास्क नहीं पहनते हैं या दो गज की दूरी का पालन नहीं करते हैं, तो आप अपने साथ-साथ दूसरों को भी जोखिम में डाल रहे हैं: पीएम मोदी
- विद्या विवादाय धनं मदाय, शक्तिः परेषां परिपीडनाय। खलस्य साधोः विपरीतम एतत् ज्ञानाय दानाय च रक्षणाय। अर्थात् जो स्वभाव से दुष्ट है वो विद्या का प्रयोग विवाद में, धन का प्रयोग घमंड में और ताकत का प्रयोग दूसरों को तकलीफ देने में करता है: पीएम मोदी
- बिहार के रहने वाले शहीद कुंदन कुमार के पिताजी के शब्द कानों में गूंज रहे हैं। वो कह रहे थे, अपने पोतों को भी देश की रक्षा के लिए सेना में भेजेंगे। यही हौंसला हर शहीद के परिवार का है। इन परिजनों का त्याग पूजनीय है: पीएम मोदी
- भारत का संकल्प है- भारत के स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा। भारत का लक्ष्य है- आत्मनिर्भर भारत। भारत की परंपरा है- भरोसा और मित्रता। भारत का भाव है- बंधुता। हम इन्हीं आदर्शों के साथ आगे बढ़ते रहेंगे: पीएम मोदी
- हमारा हर प्रयास सीमाओं की रक्षा के लिए देश की ताकत बढ़ाने में, देश को और अधिक सक्षम बनाने में, देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में होना चाहिए। यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी: पीएम मोदी
- लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है। पूरा देश उनका कृतज्ञ है। इन साथियों के परिवारों की तरह ही हर भारतीय इन्हें खोने का दर्द भी अनुभव कर रहा है: पीएम मोदी
- लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है। भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो आंख में आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है: पीएम मोदी
- दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है। अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है: पीएम मोदी
- इसी साल देश नये लक्ष्यों को प्राप्त करेगा, नई उड़ान भरेगा, नई ऊंचाइयों को छुएगा। मुझे, 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति पर पूरा विश्वास है: पीएम मोदी
- सैकड़ों सालों तक अलग-अलग आक्रांताओं ने भारत पर हमला किया, लोगों को लगता था कि भारत की संरचना ही नष्ट हो जाएगी, लेकिन इन संकटों से भारत और भी भव्य होकर सामने आया: पीएम मोदी
- एक साल में एक चुनौती आए या पचास, नंबर कम-ज्यादा होने से वो साल खराब नहीं हो जाता। भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर और ज्यादा निखरकर निकलने का रहा है: पीएम मोदी
- हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा जो हो रहा है, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है। एक-साथ इनती आपदाएं, इस स्तर की आपदाएं, बहुत कम ही देखने-सुनने को मिलती हैं: पीएम मोदी
- कई राज्यों में हमारे किसान भाई–बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं और कुछ नहीं, तो देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री हर महीने के आखिरी रविवार को 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हैं। पीएम हर बार लोगों से सामाजिक दूरी और मास्क पहनने की अपील करते हैं। कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए लोगों से जितना हो सके अपने घरों में ही रहने को कहा जा रहा है।
Tune in tomorrow at 11 AM! #MannKiBaat pic.twitter.com/18L6NQo6sS— Narendra Modi (@narendramodi) June 27, 2020
इससे पहले 31 मई को मन की बात में पीएम मोदी ने कोरोना काल में योग को बेहद जरुरी बताया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना संकट के इस समय में योग आज इसलिए भी ज्यादा अहम है, क्योंकि ये वायरस, हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम को सबसे अधिक प्रभावित करता है। योग में तो रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत करने वाले कई तरह के प्राणायाम हैं, जिनका असर हम लंबे समय से देखते आ रहे हैं।