छत्तीसगढ़ी में पीएम ने किया जनता का अभिवादन, किसानों को बताया विकास का पहरेदार
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा में कृषक सम्मेलन और जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने अपनी बातचीत की शुरूआत छत्तीसगढ़ी भाषा के साथ की
जांजगीर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ महतारी ला सत सत परनाम, जम्मो संगी, सियान जवान महतारी बहनी मन ला जय जोहार, जय सतमान....कुछ तरह के उद्गार के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ी भाषा में लोगों को संबोधित किया। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा में कृषक सम्मेलन और जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने अपनी बातचीत की शुरूआत छत्तीसगढ़ी भाषा के साथ की तो सुनने वाले लोगों ने तालियों की करतल ध्वनि के साथ उनका स्वागत किया।
राजनीति से दूर थी छत्तीसगढ़ के गठन की परिकल्पना
पीएम मोदी ने आगे अपने भाषण में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ने तीन नए राज्यों का सपना देखा और उसे साकार किया। इन राज्यों की सपना विकास की परिकल्पना के आधार पर देखा गया था। इस सारी प्रक्रिया में कहीं दूर-दूर तक राजनीति का 'र" भी नहीं था। इसके पीछे केवल यहां के लोगों के विकास की मंशा थी। अपने संसाधनों के दम पर लोग इन राज्यों में एक बेहतर जीवन स्तर हासिल कर सकें, यही उनकी दूरगामी और परिणाम कारक सोच थी। छत्तीसगढ़ बनने के बाद हर छत्तीसगढ़िया के दिल में यह भाव प्रबल हुआ कि हमें आगे बढ़ना है। इसी का नतीजा है कि आज छत्तीसगढ़ की पहचान देश के एक प्रगतिशील राज्य के रूप में हो रही है।
राजनैतिक स्थिरता ने छत्तीसगढ़ के विकास का मार्ग बनाया
मोदी ने कहा कि अन्य राज्यों में राजनीतिक उठापटक और अनिश्चितता रहती है, लेकिन यहां के लोग इतने जागरूक है कि उनके निर्णयों में कभी चूक नहीं हुई। यहां के लोगों का परिश्रम छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाईयों पर ले जा रहा है। नक्सलवाद, अपहरण, गरीबी जैसी बातें एक समय यहां की पहचान हुआ करती थी, लेकिन एक इच्छाशक्ति के बूते पर राज्य की भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ को इन सब से मुक्ति दिलाई। उन्होंने डॉ रमन सिंह को आपका चावल वाला बाबा कहकर संबोधित किया और कहा कि उनकी सोच गरीबों के हित से जुड़ी है। गरीब का पेट भरना, उसके पैर में जूते पहनाना, उसके स्वास्थ्य की चिंता करने वाले मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता ही है कि आज यहां गरीबी खत्म हो रही है और खुशहाली आ रही है।
किसान को बेहतर जीवन जीने का हक
मोदी ने आगे कहा कि किसानों की स्थिति सुधरेगी तभी देश की स्थिति सुधरेगी। देश की आर्थिक सुदृढ़ता में किसानों की सबसे बड़ी भूमिका है। किसान की जमीन कैसे ज्यादा उपजाऊ बने, जमीन किस फसल के लिए उपयुक्त है, इन सब वैज्ञानिक तरीकों से किसान और उनके खेतों को जोड़ने का काम किया जा रहा है। आजादी के बाद अब तक सबसे ज्यादा फसल पैदा करने का रिकॉर्ड अब किसानों ने बनाया है। पूरे देश में छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जो किसानों के हित में अलग से कई योजनाएं चला रहा है। हमने एक लक्ष्य तय किया है कि आने वाले 4 वर्षों में देश के किसानों की आर्थिक आय दोगुनी हो। इस लक्ष्य पर पूरी दृढ़ता के साथ यहां की सरकार काम कर रही है। किसानों को नीम कोटेड यूरिया मिलने से फसल उत्पादन में वृद्धि हुई और आगे निरंतर वृद्धि होगी।
पूरे सामंजस्य के साथ काम कर रही केंद्र और राज्य सरकार
पीएम मोदी ने कहा कि देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों में छत्तीसगढ़ का नाम शामिल हो चुका है। विकास की जो योजनाएं तैयार हो रही हैं उनपर केंद्र और राज्य सरकार पूरे मनोयोग के साथ मिलकर काम कर रही है। आगे भी इसी तालमेल के साथ सरकार काम करती रहेगी, ताकि राज्य गठन के समय एक विकसित राज्य के रूप में इसे पहचान दिलाने का जो सपना यहां के लोगों ने देखा था वह पूरा हो सके।