संसद में गतिरोध के बीच पीएम मोदी ने कई मंत्रियों के साथ की लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात
पीएम मोदी की ओम बिरला के साथ शिष्टाचार भेंट बताई जा रही है। संसद में कांग्रेस और भाजपा दोनों के अपने रुख पर कायम होने के चलते गतिरोध बना हुआ है। भाजपा ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी कर सांसदों को सदन में मौजूद रहने को कहा है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। संसद में लगातार चल रहे गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कुछ कैबिनेट सहयोगियों के साथ गुरुवार शाम लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। हालांकि सदन स्थगित होने के बाद की गई इस मुलाकात को शिष्टाचारवश भेंट बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और कानून मंत्री किरण रिजिजू भी थे।
राहुल को झटके के बाद पीएम की बैठक के राजनीतिक मायने
इस बीच, सूरत की अदालत द्वारा मोदी सरनेम से जुड़े मानहानि मामले में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद से राहुल की लोकसभा सदस्यता की अयोग्यता को लेकर भी अटकलें जोरों पर हैं। इस लिहाज से प्रधानमंत्री की बिरला के साथ बैठक बहुत अधिक राजनीतिक मायने रखती है। इस बीच भाजपा ने व्हिप जारी कर शुक्रवार को भी संसद के दोनों सदनों में अपने सांसदों को उपस्थित रहने के लिए कहा है। वैसे संसद के दोनों सदनों लोकसभा व राज्यसभा की बात करें तो सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष दोनों अपने रुख पर कायम हैं।
राहुल से माफी पर अड़ी भाजपा
गतिरोध को तोड़ने के लिए इस सप्ताह के शुरू में सभी दलों के नेताओं की स्पीकर द्वारा बुलाई गई बैठक का भी कोई नतीजा नहीं निकला। सत्ता पक्ष जहां राहुल गांधी द्वारा लंदन में लोकतंत्र पर की गई टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग कर रहा है वहीं कांग्रेस अदाणी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग पर अड़ी है। उधर उच्च सदन यानी राज्यसभा में भाजपा और विपक्षी दलों द्वारा किए गए हंगामे के बीच गुरुवार को भी गतिरोध जारी रहा, जिसके परिणामस्वरूप राज्यसभा को पहले दोपहर दो बजे तक और उसके बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
विपक्षी सांसदों ने संसद भवन परिसर में निकाला विरोध मार्च
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और विभिन्न विपक्षी दलों के शीर्ष पार्टी नेताओं के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को अदाणी समूह के मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति की जांच की अपनी मांग के समर्थन में संसद परिसर के अंदर विरोध मार्च निकाला। ये सांसद संसद भवन के मुख्य प्रवेश द्वार पर एकत्रित हुए और वहां से लेकर अंबेडकर प्रतिमा तक पहुंचे। विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जेपीसी जांच की मांग की। वे हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए थे। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में अपनी आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार जेपीसी गठित करने से भाग रही है क्योंकि वह अदाणी को बचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार खुद संसद नहीं चलने दे रही है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे।
वित्त मंत्री से मिला टीएमसी प्रतिनिधिमंडल
तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को व्यवसायी गौतम अदाणी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, ईडी और सीबीआइ के कार्यालयों का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा और लोकसभा सदस्य दोनों शामिल थे। टीएमसी सांसद पिछले सप्ताह से ही अदाणी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि वह लगभग 1.20 लाख करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार हैं। पार्टी सांसदों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार गौतम अदाणी को बचाने पर फोकस किए हुए हैं और जानबूझकर संसद नहीं चलने दे रही है। उन्होंने कहा कि हम भ्रष्टाचार के आगे झुकेंगे नहीं। न्याय और जवाबदेही के लिए जंग जारी रखेंगे।