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पीएम मोदी बोले- कभी अभिनंदन का मतलब Congratulations होता था, अब इसके मायने बदले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के युवा साथियों के अपने घर का सपना पूरा करने के लिए टेक्‍नोलॉजी के साथ हम दूसरी व्यवस्थाओं को भी बदल रहे हैं।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 02 Mar 2019 11:23 AM (IST)Updated: Sat, 02 Mar 2019 11:37 AM (IST)
पीएम मोदी बोले- कभी अभिनंदन का मतलब Congratulations होता था, अब इसके मायने बदले
पीएम मोदी बोले- कभी अभिनंदन का मतलब Congratulations होता था, अब इसके मायने बदले

नई दिल्ली, एजेंसी। दिल्ली में कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी इंडिया 2019 सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने अभिनंदन का अर्थ बदल दिया है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान जो भी करता हैं दुनिया उसे गौर से देखती है। इस देश में डिक्शनरी के शब्द का अर्थ बदलने की ताकत है। कभी अभिनंदन का मतलब Congratulations होता था। अब इस शब्द (अभिनंदन) का मतलब  बदल गया है।

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इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के युवा साथियों के अपने घर का सपना पूरा करने के लिए टेक्नोलॉजी के साथ हम दूसरी व्यवस्थाओं को भी बदल रहे हैं। टैक्स से जुड़े नियमों में बदलाव कर रहे हैं। ये इसलिए किया जा रहा है, ताकि मध्यम वर्ग के पास एक तो घर खरीदने के लिए ज्यादा पैसा बचे और घर की कीमतें भी कम हों।

रेरा से हाउसिंग सेक्टर में पारदर्शिता आई
मोदी ने यह भी कहा कि 5 लाख रुपए तक की टैक्सेबल इनकम पर टैक्स जिरो कर दिया गया है। अब दो घरों के अनुमानित किराये पर कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा। इसी तरह कैपिटल गेंस टैक्स से छूट अब एक के बजाय दो घरों पर मिलने वाली है, ये तमाम प्रयास मध्यम वर्ग को नए घर घरीदने के लिए प्रोत्साहित करने वाले हैं। हाल में ही कंस्ट्रक्शन सेक्टर पर जीएसटी को बहुत कम किया गया है। अफॉर्डेबल हाउसिंग पर जीएसटी 8 प्रतिशत से घटाकर 1 प्रतिशत किया गया है, वहीं अंडर कंस्ट्रक्शन हाउसिंग प्रोजेक्ट्स पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया। फंडिंग के साथ-साथ भारत के इतिहास में पहली बार हाउसिंग सेक्टर को, रियल एस्टेट सेक्टर को स्पष्ट कानूनों का सहारा मिल सके, इसके लिए भी काम किया गया है। रेरा से इस सेक्टर में पारदर्शिता आई है और ग्राहकों का भरोसा मजबूत हुआ है।

Disaster-Resilient और Energy-Efficient निर्माण को प्रोत्साहन
उन्‍होंने कहा कि भारत में कंस्ट्रक्शन की दृष्टिकोण में हमने एक और बदलाव किया है। अब चाहे सड़कें हों, रेज़िडेंशियल अपार्टमेंट्स हों या फिर कमर्शियल बिल्डिंग्स, इको फ्रेंडली, Disaster-Resilient और Energy-Efficient निर्माण को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। आशा इंडिया यानि Affordable Sustainable Housing Accelerator इस तरह के इनोवेशन्स को बाजार के हिसाब से ढालने में लगा है। आशा GHTC-India का हिस्सा है। इसमें IIT में काम कर रहे चार इन्क्यूबेशन सेंटर पर युवा उद्यमियों के आइडिया को बाजार के हिसाब से उपयोगी बनाने पर काम चल रहा है।


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