...तो दस रुपये सस्ता हो सकता है पेट्रोल, सरकार अपनाने जा रही ये उपाय
संभावना है कि पेट्रोल में करीब दस से पंद्रह फीसद इथेनॉल मिलाया जाएगा।
भोपाल(नईदुनिया स्टेट ब्यूरो)। केंद्र सरकार पेट्रोल की कीमत कम करने के लिए इथेनॉल मिलाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश में इथेनॉल पर लगने वाला टैक्स खत्म कर रही है। इससे इथेनॉल की कीमत में कुछ कमी आएगी। इससे संभावना है कि पेट्रोल में करीब दस से पंद्रह फीसद इथेनॉल मिलाया जाएगा।
वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों का मानना है ऐसा होता है तो पेट्रोल की कीमत आठ से दस रुपये प्रति लीटर घट सकती है। इथेनॉल पर ढाई रुपये प्रति लीटर टैक्स लगता है। राज्य सरकार इस टैक्स को खत्म करेगी तो उसे महज 16 लाख रुपये का नुकसान होगा, इसलिए राज्य सरकार ने केंद्र के प्रस्ताव को मान लिया है। वाणिज्यकर विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि इथेनॉल से टैक्स खत्म करने के लिए प्रस्ताव कैबिनेट को भेज दिया है।
इसके अलावा केंद्र सरकार मप्र में पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने का एक प्लांट भी लगाएगी। पिछले दिनों ही केंद्र सरकार ने इथेनॉल के दाम बढ़ाए हैं, ताकि गन्ना किसानों को फायदा हो सके। केंद्र सरकार पेट्रोल में इथेनॉल मिलाकर बेचने की योजना पर पिछले कई सालों से काम कर रही है। इथेनॉल बनाने का मुख्य स्त्रोत गन्ना है, इसके अलावा अन्य मीठे पदार्थो से भी इथेनॉल बनाया जा सकता है।
क्या है इथेनॉल
इथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है जिसे पेट्रोल में मिलाकर गाड़ियों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इथेनॉल का उत्पादन यूं तो मुख्य रूप से गन्ने की फसल से होता है लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है। इससे खेती और पर्यावरण दोनों को फायदा होता है। भारतीय परिपेक्ष्य में देखा जाए तो इथेनॉल ऊर्जा का अक्षय स्रोत है क्योंकि भारत में गन्ने की फसल की कमी कभी नहीं हो सकती।
इन देशों में इथेनॉल से दौड़ती हैं गाड़ियां
ब्राजील में लगभग 40 प्रतिशत गाड़ियां सौ फीसद इथेनॉल पर दौड़ रही हैं यही नहीं बाकी गाड़ियां भी 24 फीसद इथेनॉल मिला ईंधन उपयोग कर रही हैं। स्वीडन और कनाडा में भी इथेनॉल पर गाड़ियां चल रही है। कनाडा में तो इथेनॉल के इस्तेमाल पर सरकार की तरफ से सब्सिडी भी दी जा रही है।
इथेनॉल फ्यूल के फायदे
1-प्रदूषण कम करने में इथेनॉल एक अच्छा विकल्प है।
2-इथेनॉल के उत्सर्जन से निकलने वाली गैसे पेट्रोल की तुलना में कम हानिकारक होती है।
3-इथेनॉल ब्लेंड E85 ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को % कम करने में मदद करता है।
4-इथेनॉल एक कभी न खत्म होने वाला ऊर्जा का स्त्रोत है।
5-यह एक कार्बन न्यूट्रल प्रक्रिया है अर्थात इथेनॉल के निर्माण में जितना CO2 का उत्सर्जन होता है उतनी ही मात्रा में CO2 का ग्रहण प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में वनस्पति द्वारा किया जाता है।
6-इथेनॉल के जलन से उत्सर्जित द्रव्य पेट्रोल के जलन से उत्सर्जित द्रव्य की तुलना में कम प्रतिक्रियाशील होते है,
7-इथेनॉल का प्रयोग ओजोन परत में होते वाली छति को कम करने में मदद करते है।
8-पर्यावरण को क्षति पहुंचने वाली ग्रीनहाउस गैस को कम उत्सर्जित करता है।
भारत में क्यों जरूरी है इथेनॉल
1- भारत में फ्यूल के बढ़ते दाम होंगे कम।
2- कृषि सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा।
3- कृषि क्षेत्र में उछाल से देश की अर्थव्यवस्था में होगा सुधार।
4-प्रदुषण पर आएगा नियंत्रण।
5-वैकल्पिक फ्यूल को मिलेगा बढ़ावा।
6-कृषि क्षेत्र की ओर बढ़ेंगे रोजगार।
7-पेट्रोलियम के आयात में आएगी कमी।