सावरकर पर बोली शिवसेना, कांग्रेस के दिमाग में जमा है गंदगी
संजय राउत ने कहा वीर सावरकर एक महान व्यक्ति थे और हमेशा महान रहेंगे। एक वर्ग उनके खिलाफ बोलता रहता है।
मुंबई, प्रेट्र । महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि वीर सावरकर की देशभक्ति पर सवाल उठाकर कांग्रेस ने दिखा दिया है कि उसके दिमाग में गंदगी जमा है।
मध्य प्रदेश में आयोजित शिविर में कांग्रेस सेवा दल ने 'वीर सावरकर, कितने वीर?' शीर्षक से एक किताब वितरित की थी। किताब में आरोप लगाया गया है कि अंडमान की सेल्युलर जेल से रिहा होने के बाद सावरकर ने ब्रिटिश सरकार से पेंशन हासिल की थी। इसके अलावा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे और सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध थे।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, 'वीर सावरकर एक महान व्यक्ति थे और हमेशा महान रहेंगे। एक वर्ग उनके खिलाफ बोलता रहता है। यह उनके दिमाग में जमा गंदगी को प्रदर्शित करता है।' वहीं, पार्टी की एक अन्य नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'देश में अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, किसानों की बदहाली जैसी कई समस्याएं हैं, लेकिन न तो केंद्र और न ही विपक्ष के पास सावरकर के अलावा कोई और मुद्दा है।' साथ ही उन्होंने कहा, 'गठबंधन में होने का यह मतलब नहीं होता कि अगर वे हां कहें तो हमें भी हां कहना होगा और अगर वे नहीं कहेंगे तो हम भी नहीं कहेंगे। हम साझा न्यूनतम कार्यक्रम के लिए गठबंधन में हैं और जब हम अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी और किसानों की मुश्किलों के बारे में बात करते हैं तो साझा न्यूनतम कार्यक्रम इन बातों पर विचार नहीं करता।'
आखिर कब तक सावरकर का अपमान सहेगी शिवसेना : फड़नवीस
भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कांग्रेस सेवा दल की ओर से वितरित किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। फड़नवीस ने प्रश्न किया कि क्या सत्ता के लिए शिवसेना बार-बार अपने 'देवता' सावरकर का अपमान सहती रहेगी। उन्होंने कहा कि ऐसी किताब वितरित करके कांग्रेस ने अपनी विकृत मानसिकता प्रदर्शित की है और यह उसकी बौद्धिक दिवालिएपन को दिखाती है। भाजपा इस किताब की कड़ी निंदा करती है। अगर आदरणीय ¨हदूहृदय सम्राट बालासाहब ठाकरे होते तो वह अपनी ठेठ शैली में प्रतिक्रिया करने वाले पहले व्यक्ति होते।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी सवाल किया, 'महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ दलों में से एक कांग्रेस को मराठी लोगों और देश के सभी राष्ट्रभक्तों को बताना होगा कि वह कब तक वीर सावरकर के बलिदान का अपमान करती रहेगी। आखिर कांग्रेस सावरकर का अपमान करना अपना जन्मसिद्ध अधिकार क्यों समझती है?'
भाजपा महासचिव अनिल जैन ने कहा, 'दुनिया कांग्रेस नेताओं के विभिन्न संबंधों के बारे में जानती है, लेकिन वह ऐसी कीचड़ नहीं उछालना चाहते। कांग्रेस के लिए एक परिवार को छोड़कर कोई भी सम्मान के लायक नहीं है।'
सावरकर के पौत्र की मांग, कांग्रेस सेवा दल के खिलाफ केस दर्ज हो
विनायक दामोदर सावरकर के पौत्र रंजीत सावरकर ने मध्य प्रदेश सरकार से कांग्रेस सेवा दल द्वारा वितरित किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा, 'कांग्रेस सावरकर को बदनाम करने की साजिश कर रही है। स्वाधीनता सेनानी सावरकर के खिलाफ अनुचित आरोप लगाकर पार्टी देश में अराजकता फैलाने की साजिश भी कर रही है। सरकार को कांग्रेस सेवा दल के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करना चाहिए।' रंजीत सावरकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की।