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Pehlu Khan Case: अब फिर से होगी दोषियों की पहचान, CM गहलोत ने दिए SIT जांच के आदेश

संदेह के लाभ में निचली अदालत से बरी हो गए थे सभी आरोपित। बढ़ते दबाव के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उठाया कदम।

By Nitin AroraEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 09:48 PM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 09:48 PM (IST)
Pehlu Khan Case: अब फिर से होगी दोषियों की पहचान, CM गहलोत ने दिए SIT जांच के आदेश
Pehlu Khan Case: अब फिर से होगी दोषियों की पहचान, CM गहलोत ने दिए SIT जांच के आदेश

जयपुर, जागरण संवाददाता। अलवर के चर्चित पहलू खान उन्मादी हिंसा (मॉब लिंचिंग) मामले की राजस्थान सरकार दोबारा जांच कराएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार देर शाम आइपीएस अधिकारी नितिनदीप ब्लगन की अगुवाई में स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) गठित करने के निर्देश दिए हैं। एसआइटी जांच के साथ ही सरकार ने एडीजे कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील करने का निर्णय किया है।

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गौरतलब है कि इस मामले में संदेह के लाभ में सभी आरोपित बरी हो गए थे। इसके बाद सरकार पर चौतरफा दबाव बढ़ा था। गहलोत सरकार को जमकर आलोचना झेलनी पड़ी। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जहां फैसले पर आश्चर्य जताया, वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने गहलोत सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।

गौरतलब है कि पहलू खान और उसके दोनों बेटों के साथ तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में एक अप्रैल, 2017 को मारपीट हुई थी। इसके तीन दिन बाद पहलू खान की मौत हो गई थी। मामला अलवर से लेकर जयपुर और फिर दिल्ली में संसद से लेकर पूरे देश में गूंजा था।

राजनीतिक दलों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के दबाव के चलते तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने मामले की जांच सीआइडीसीबी को सौंप दी थी। सीआइडीसीबी ने उन छह लोगों को निर्दोष बताया था, जिनके नाम पहलू खान ने मौत से पहले पुलिस को बयान में बताए थे। ये सभी बरी हुए तो फिर हंगामा हुआ।

मुख्यमंत्री ने मामला बढ़ता देख शुक्रवार को दिनभर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) बीएल. सोनी के साथ लंबी बैठक की। इसके बाद सरकार ने एसआइटी गठित कर दोबारा जांच कराने का निर्देश दिया है। एसआइटी में राज्य पुलिस सेवा के तीन अधिकारियों को शामिल किया गया है । एसआइटी देखेगी कि पुलिस जांच में कहां खामियां रह गईं थीं, जिस कारण आरोपित बरी हो गए।

मामले की जांच में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी भी एसआइटी तय करेगी। गहलोत ने इस पूरे प्रकरण की जांच की समीक्षा कराने के साथ ही जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों की रिपोर्ट भी मांगी है।

प्रियंका ने फैसले पर जताया आश्चर्य

इसी बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि पहलू खान मामले में निचली अदालत का फैसला चौंका देने वाला है । हमारे देश में अमानवीयता के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है।

अलबत्ता, अशोक गहलोत सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा उन्मादी हिंसा के खिलाफ कानून बनाने की पहल करना सराहनीय है। आशा है कि पहलू खान मामले में न्याय दिलाकर इसका अच्छा उदाहरण पेश किया जाएगा ।

बसपा विधायक बोले-गहलोत सही, मायावती गलत

पहलू खान मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने आरोपितों के बरी होने के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस सरकार की लापरवाही व निष्कि्रयता के कारण आरोपित बरी हो गए हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के मामले में सरकार अगर सतर्क रहती तो शायद यह नहीं होता।

मायावती के ट्वीट के बाद शुक्रवार देर शाम बसपा विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने मीडिया से कहा कि मायावती को लखनऊ में बैठकर पूरे मामले की जानकारी नहीं हो सकती। इस मामले में गहलोत सही और मायावती गलत हैं। गौरतलब है कि गुढ़ा ने कुछ दिनों पहले मायावती पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाया था ।


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