अतिरिक्त लगेज शुल्क में भारी वृद्धि पर कठघरे में निजी एयर लाइंस
निजी एयर लाइंस द्वारा 33 फीसद तक अतिरिक्त लगेज शुल्क बढ़ाए जाने के बाद एक संसदीय समिति ने निजी कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन से रिपोर्ट मांगी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। निजी एयर लाइंस द्वारा यात्रियों के अतिरिक्त लगेज शुल्क में भारी बढ़ोतरी पर एक संसदीय समिति ने उनसे जवाब तलब किया है। कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन से कहा गया है कि वे विदेशी एयर लाइंस द्वारा वसूली जाने वाली लगेज शुल्क की तुलनात्मक रिपोर्ट पेश करें। कुछ निजी एयर लाइनों ने हाल ही में अतिरिक्त लगेज शुल्क 33 फीसद तक बढ़ा दिया है।
परिवहन, पर्यटन व संस्कृति मामलों की संसदीय स्थाई समिति की हाल में हुई बैठक में सदस्यों ने लगेज शुल्क को लेकर व्यापक नीति बनाने का सुझाव दिया। यह भी कहा गया कि एयर लाइंस को मुफ्त लगेज की सीमा तय करने की इजाजत नहीं दी जाना चाहिए।
देश की सभी निजी एयर लाइंस की घरेलू उड़ानों में सिर्फ 15 किलो तो सरकारी एयर इंडिया में 25 किलो तक लगेज मुफ्त ले जाने की इजाजत है। संसदीय समिति ने इंडिगो, जेट एयरवेज, स्पाइसजेट, एयर एशिया व विस्तारा के शीर्ष प्रबंधकों को तलब कर लगेज शुल्क वृद्धि और हवाई टिकट की डायनैमिक मूल्य प्रणाली पर जवाब मांगा। कुछ सदस्यों ने कहा कि 15 किलो तक मुफ्त लगेज ले जाने की सीमा बहुत कम है। एयर लाइंस को इसे बढ़ाना चाहिए।