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Monsoon Session 2021: केंद्र सरकार ने माना, अपने संगठनों में बच्चों को भर्ती कर रहे नक्सली

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में स्वीकार किया कि नक्सली अपने संगठनों में बच्चों की भर्ती कर रहे हैं और उन्हें छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों में दैनिक गतिविधियों के अलावा सैन्य प्रशिक्षण में शामिल कर रहे हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 06:41 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 06:41 PM (IST)
Monsoon Session 2021:  केंद्र सरकार ने माना, अपने संगठनों में बच्चों को भर्ती कर रहे नक्सली
लोकसभा में एक लिखित उत्तर देते केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय

नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में स्वीकार किया कि नक्सली अपने संगठनों में बच्चों की भर्ती कर रहे हैं और उन्हें छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों में दैनिक गतिविधियों के अलावा सैन्य प्रशिक्षण में शामिल कर रहे हैं। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि नक्सली बच्चों को अपने संगठनों में शामिल कर खाना बनाने, दैनिक उपयोग की सामग्री ले जाने और सुरक्षा बलों की आवाजाही के बारे में जानकारी एकत्र कर रहे हैं। उन्हें सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाता है।

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पिछले तीन वर्षों में माओवादी हिंसा की घटनाओं में आई कमी

राय ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत के संविधान की सातवीं अनुसूची के अनुसार, पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्था के विषय राज्य सरकारों के पास हैं। इसलिए राज्य सरकारें ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई करती हैं। समाचार एजेंसी प्रेट्र के अनुसार, राय ने लोकसभा को बताया कि पिछले तीन वर्षों में माओवादी हिंसा की घटनाओं में कमी आई है।

वामपंथी हिंसा और इसके चलते मारे गए लोगों के सर्वाधिक मामले छत्तीसगढ़ में

सदन को अपने लिखित जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि 2018 में वामपंथी उग्रवाद की 833 घटनाएं हुई थीं। यह 2019 में घटकर 670 और पिछले साल 665 रह गई। इन घटनाओं के चलते मौत के मामलों में भी गिरावट आई है। वामपंथी हिंसा के कारण 2018 में 240 और 2019 में 202 लोग मारे गए। पिछले साल इन घटनाओं में 183 लोगों की जान गई। आंकड़ों के अनुसार, इन वर्षो में वामपंथी हिंसा और इसके चलते मारे गए लोगों के सर्वाधिक मामले छत्तीसगढ़ में सामने आए।


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