संसद में पीएम ने बोला कांग्रेस पर जोरदार हमला, आरोपों का दिया धुआंधार जवाब
कभी शायरी तो कभी तंज अंदाज में पीएम मोदी ने विपक्ष के हर आरोपों का जवाब देकर बेदम कर दिया। राजीव गांधी के एक किस्से से दलितों के प्रति पार्टी के रुख का उदाहरण भी पेश किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा में आज पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला और सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों का अपने धुआंदार अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने जहां कांग्रेस पर भारत मां के टुकड़े करने का आरोप लगाया तो वहीं लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वालों को इसका असली मतलब भी समझाया। कभी शायरी तो कभी तंज अंदाज में पीएम मोदी ने विपक्ष के हर आरोपों का जवाब देकर बेदम कर दिया। साथ ही कांग्रेस की छोटी सोच की तरफ इशारा करते हुए यह जता भी दिया कि इतने सालों तक देश पर शासन करने वाली पार्टी आज क्यों विपक्ष में बैठने को मजबूर है।
राष्ट्रपति का अभिभाषण पार्टी का नहीं
पीएम मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे। हालांकि उनके पूरे भाषण के दौरान विपक्ष का हंगामा जारी रहा। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपतिजी का भाषण किसी पार्टी का नहीं होता है और उसका सम्मान होना चाहिए। आपको बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत हुई थी। इस मौके पर उन्होंने संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया था।
कांग्रेस ने किए भारत मां के टुकड़े
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर देश के टुकड़े करने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी ने भारत मां के टुकड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के कारण जल्दबाजी में कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश को विभाजित कर दिया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम नए राज्यों के निर्माण की बात करते हैं तो हमें उन तौर-तरीकों को याद करना चाहिए जिस तरह अटल बिहारी वाजपेयीजी ने उत्तराखंड, झारखंड और छत्तीसगढ़ का निर्माण किया था। उन्होंने दिखाया था कि कैसे दूरदर्शी फैसला लिया जाता है।
जुमलेबजी बंद करो के लगे नारे
पीएम मोदी के पूरे भाषण के दौरान विपक्ष का हंगामा जारी रहा। नेता पूरे समय 'भाषणबाजी नहीं चलेगी, जुमलेबाजी बंद करो' के नारे लगाते रहे और पीएम मोदी भाषण दे रहे थे।
मल्लिकार्जुन खड़गे पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने लोकतंत्र के मुद्दे पर मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कल मैं खड़गे जी का भाषण सुन रहा था, उसमें समझ नहीं आ रहा था कि वे किसे संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने बशीर बद्र की शायरी से शुरुआत की, जो शायरी सुनाई वो कर्नाटक के सीएम ने जरूर सुनी होगी। शायरी में कहा कि दुश्मनी जमकर करो, मगर ये गुंजाइश रहे जब हम दोस्त बन जाए तो शर्मिंदा ना हो। उम्मीद है कि कांग्रेस सीएम ने ये बात सुनी होगी। वहीं पीएम मोदी ने आगे कहा कि अच्छा होता कि शायरी की शुरुआती लाइन गौर से पढ़ लेते। साथ ही उन्होंने बशीर बद्र की आगे की शायरी सुनाते हुए कहा कि 'जी चाहता है सच बोलें, जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता।'
आंध्र प्रदेश मुद्दे पर भी जमकर बरसे
पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना आगे बढ़े, इसके पक्ष में हम भी थे। मगर आपने आंध्र प्रदेश के लोगों के साथ हड़बड़ी में जो किया, उसका नतीजा है कि चार साल बाद भी समस्याएं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अगर सही नीयत और सही दिशा रखी होती तो देश आज जहां है, वहां से बहुत आगे होता। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के बाद आजाद हुए देश हमसे बहुत आगे निकल चुके हैं।
पीएम मोदी बोले- ना पढ़ाएं लोकतंत्र का पाठ
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए यह भी कहा कि आपके मुंह पर लोकतंत्र शोभा नहीं देता। इसलिए कृपा करके आप हमें लोकतंत्र का पाठ मत पढाएं। पीएम मोदी ने सुरजेवाला का भी जिक्र किया। उन्होंने राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने पर सवाल उठाया था। यह भी कहा कि अगर कांग्रेस जमीन से जुड़ी होती तो उनकी यह हालत न होती।
लोकतंत्र नेहरू-कांग्रेस की देन नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि भारत का लोकतंत्र नेहरू और कांग्रेस की देन नहीं है, देश का अस्तित्व उससे भी पहले से था। लोकतंत्र हमारी रगों में है, हमारी परंपरा में है। पीएम मोदी ने गांधी परिवार पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि दशकों तक कांग्रेस ने अपनी सारी ऊर्जा एक परिवार की सेवा में लगा दी और देश के हित को एक परिवार के हित के लिए नजरअंदाज कर दिया गया।
दलित सीएम का राजीव गांधी ने किया था अपमान
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप लोकतंत्र की बात करते हो? आपके पीएम राजीव गांधी ने हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतर के अपनी ही पार्टी के दलित सीएम को खुलेआम अपमानित किया था। एनटी रामा राव का अपमान किया गया था और इसको लेकर गुस्साए माहौल के बीच टीडीपी का गठन हुआ था।
सरदार पटेल पहले पीएम होते तो कश्मीर हमारा होता
कश्मीर मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि अगर सरदार वल्लभभाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो पूरा कश्मीर हमारा होता। उन्होंने कहा कि जब 12 कांग्रेस कमेटियों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को पहले प्रधानमंत्री के लिए चुना था और 3 कांग्रेस कमेटियों ने नोटा किया था, तब कैसे जवाहर लाल नेहरू को पहला प्रधानमंत्री बना दिया गया। मैं कहता हूं कि अगर सरदार पटेल प्रधानमंत्री बनते तो पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर का हिस्सा हमारा होता। वहीं कई अन्य राज्यों को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि कांग्रेस ने केरल में कैसा काम किया? पंजाब में अकाली दल के साथ कैसा बर्ताव किया? तमिलनाडु में कैसा व्यवहार किया? क्यों कांग्रेस ने अपनी मर्जी के हिसाब से इतनी सारी राज्य सरकारों को खारिज कर दिया। यह लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता को जताता नहीं है।
हर भारतीय चुका रहा कांग्रेस की जहर की कीमत
कांग्रेस पर एक बार फिर जोरदार हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हर भारतीय कांग्रेस द्वारा देश में घोली गई जहर की कीमत चुका रहा है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सबकुछ आपने किया, एक परिवार ने किया इसी सोच की वजह से विपक्ष में बैठने की नौबत आई है। यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी लाल किले से कहता है कि देश आज जहां से उसमें पिछली सभी सरकारों का योगदान है, ऐसा किसी कांग्रेस नेता ने कभी नहीं कहा।
एक बार फिर गिनाई सरकार की उपलब्धियां
पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान एक बार फिर सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने पूर्वोत्तर का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 में सरकार बनाने के बाद हमने पूर्वोत्तर को प्राथमिकता दी और इसके विकास के लिए काम किया। सबसे बड़ी सुरंग, सबसे तेज ट्रेन बनने और 104 सेटलाइट छोड़ने का काम इसी सरकार में हुआ। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बर्मर रिफाइनरी को लेकर कहा कि आपने सिर्फ कागजों पर काम किया। इस बारे में जब हमें पता चला तो हमने काम प्रारंभ कर दिया। किसानों के मुद्दे पर भी पीएम मोदी बाेलें। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुना करने का वादा है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जनधन योजना से गरीबों का आत्मविश्वास बढ़ा। उन्हें स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ मिला।
बेरोजगारी पर भी कांग्रेस को दिया जवाब
बेरोजगारी पर पीएम मोदी ने कहा कि चार राज्य जहां भाजपा या एनडीए की सरकार नहीं है, वहां पिछले तीन-चार साल में एक करोड़ लोगों को रोजगार मिला है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने पूछा कि क्या कांग्रेस इन आंकड़ों को नहीं मानेगी? पीएम मोदी ने कहा कि अब लोग स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो ऐसे में क्या स्वरोजगार को रोजगार नहीं माना जाएगा?
अटल वाजपेयी का जिक्र कर बोला हमला
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस अपने गीत गाती है और आंख बंद करके रहती है। साथ ही उन्होंने अटल बिहारी वाजयेपी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खरा नहीं होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा 18वीं सदी में 21वीं सदी के सपने दिखाए जाते थे। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी की बात करने वाली सरकार एक विमानन नीति तक नहीं ला सकी। तो फिर किस तरह की 21वीं सदी की उन्होंने बात की।
कहा- कांग्रेस ने कभी बड़ा सोचा ही नहीं
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपकी तरफ से ही आशंका थी कि मोदी आधार को खत्म कर देगा। पर जब आधार अच्छे ढंग से लागू हो गया, गरीब को उसका फायदा मिलने लगा तो आपको उसका लागू होना खराब लगने लगा। पीएम मोदी ने कहा कि आप शंका में इसलिए रहते हैं क्योंकि आपने कभी कुछ बड़ा सोचा ही नहीं और छोटे मन से कुछ होता नहीं।
आरोप- मध्यम वर्ग को किया जा रहा भ्रमित
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि मध्यम वर्ग को गलत दिशा में ले जाया जा रहा है। उनकी जिंदगी को बेहतर और आसान बनाने के लिए हम काम कर रहे हैं।
जीएसटी पर हो रहा बेवजह बवाल
पीएम मोदी ने जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि बेवजह इस पर हंगामा खड़ा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में सबसे कम एंट्री लेवल इनकम टैक्स (ढाई लाख रुपये) भारत में है।
एनपीए कांग्रेस का पाप, चहेतों ने लूट लिया देश
एनपीए को लेकर भी कांग्रेस पर हमला बोला। पीएम मोदी ने इसे कांग्रेस का पाप बताया। उन्होंने कहा कि आखिर एनपीए का मामला है क्या? देश को पता चलना चाहिए कि इसके पीछे पुरानी सरकार का कारोबार है। वे ही इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि हमारे दिए एक भी लोन एनपीए नहीं हुए। उन्होंने कहा कि आपने 36 फीसदी के आंकड़े दिए थे, जबकि वो 82 फीसदी थी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपके चहेतों ने देश को लूट लिया। आज चार साल बाद आपके पाप खोल रहा हूं। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसी बैंकिंग नीति बनाई, जिसमें बैंकों पर दबाव डाले गए और चहेतों को लोन मिलता था. जो बाद में कभी वापस नहीं आता था।
देश का बचाया हजारों करोड़ का पैसा
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि हमने गैस की डील में आठ हजार करोड़ रुपए बचाया। ऑस्ट्रेलिया से चार हजार करोड़ रुपए भी बचाया।
जितना कीचड़ उछालोगे, उतना ही खिलेगा कमल
पीएम मोदी ने कहा कि हिट एंड रन की राजनीति चल रही है। कीचड़ उछालो और भागो, मगर आप जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतना ही खिलेगा।
विदेश में भारत की छवि खराब करने का आरोप
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर विदेश में भारत की छवि खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब देश डोकलाम में लड़ाई लड़ रहा था तो आप चीन के लोगों से मिल रहे थे।
भ्रष्टाचार करने वाले नहीं बचेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण जमानत पर जीने वाले लोग नहीं बचेंगे। पहली बार देश में चार-चार पूर्व सीएम को न्यायपालिका ने दोषी बनाया और वो अब जेल में हैं। जिन्होंने देश को लूटा है, वो देश को लौटाना होगा। मैं इसमें पीछे नहीं हटूंगा, मैं लड़ने वाला इंसान हूं।
शोर-शराबे से नहीं दबा सकते आवाज
पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव हो रहा था। तब पार्टी के ही एक नेता ने कहा कि जहांगीर के बाद शाहजहां और शाहजहां के बाद औरंगजेब को कुर्सी मिलेगी। एक युवा ने अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश की तो उसे भी शांत कर दिया गया, मगर मैं कांग्रेस से कहता हूं कि उन्हें सुनने की आदत डालनी होगी। वे शोर-शराबे से मेरी आवाज नहीं दबा सकते हैं।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में बहुमत का गणित एनडीए सरकार के लिए एक बार फिर सियासी सिरदर्दी बन सकता है। राज्यसभा में बोलने का मौका नहीं देने से नाराज विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर संशोधन पारित करने की रणनीति पर गंभीर हैं। विपक्षी दलों की ओर से पहले ही अभिभाषण में 300 से ज्यादा संशोधन के प्रस्ताव सदन में पेश किए जा चुके हैं।
राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस आज पूरी हो जाएगी और इसे पारित किया जाएगा। विपक्षी दलों की ओर से दिए गए संशोधन में भाकपा के डी राजा ने नोटबंदी की वजह से अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर होने का खेद व्यक्त करने की बात कही है। इसी तरह कांग्रेस के सुब्बीरामी रेड्डी और सपा के विशंभर प्रसाद निषाद ने बेरोजगारी के सवाल पर तो कुछ ने किसानों की आत्महत्या से जुड़े सवाल का संशोधन दिया है।
विपक्षी पार्टियों में किसी मुद्दे पर संशोधन पारित कराने पर सहमति बन गई तो फिर यह सरकार के लिए असहज स्थिति होगी। अमूमन राष्ट्रपति अभिभाषण पर सदन से धन्यवाद प्रस्ताव में संशोधन नहीं किया जाता है, मगर एनडीए के पास अभी भी राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा नहीं है।
हालांकि विपक्ष संशोधन पारित कराने की रणनीति पर अंतिम फैसला वोटिंग से ठीक पहले लेगा। प्रस्ताव पारित कराने के लिए वोटिंग की नौबत आयी तो फिर विपक्ष सदन में अपने नंबर देख कर संशोधन पारित कराना है या नहीं इसका निर्णय लेगा। विपक्ष का अभिभाषण पर संशोधन पारित होता है तो फिर यह सरकार के लिए असहज स्थिति होगी। मालूम हो कि 2015 और 2016 में भी राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष अपने संशोधन पारित कराने में कामयाब रहा था।