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PM मोदी ने 'Pariksha Pe Charcha 2020' के दौरान किया लक्ष्मण, द्रविड़ और कुंबले का जिक्र; बच्चों को दी सीख

परिक्षा पे चर्चा 2020 कार्यक्रम के दौरान छात्रों को प्रेरित करने के लिए पीएम मोदी ने पूर्व क्रिकेटरों वीवीएस लक्ष्मण राहुल द्रविड और अनिल कुंबले जिक्र किया।

By Manish PandeyEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 02:28 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 03:12 PM (IST)
PM मोदी ने 'Pariksha Pe Charcha 2020' के दौरान किया लक्ष्मण, द्रविड़ और कुंबले का जिक्र; बच्चों को दी सीख
PM मोदी ने 'Pariksha Pe Charcha 2020' के दौरान किया लक्ष्मण, द्रविड़ और कुंबले का जिक्र; बच्चों को दी सीख

नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 'परिक्षा पे चर्चा 2020' (Pariksha Pe Charcha 2020) कार्यक्रम के दौरान छात्रों को प्रेरित करने के लिए पूर्व क्रिकेटरों वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड और अनिल कुंबले के उदाहरण दिया।

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राजस्थान की एक छात्रा ने पीएम मोदी से आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए छात्रों को प्रेरित करने और उन्हें बिना किसी तनाव के परीक्षा का सामना करने के लिए कुछ सुझाव देने के लिए कहा। छात्र को जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिकेट की दुनिया से जुड़ी दो घटनाओं को याद किया। एक 2001 में ऑस्ट्रेलिया से भारत का मुकाबला और दूसरा 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मैन इन ब्लू की भिड़ंत।

दबाव में थी भारतीय टीम

2001 में ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत के दौरे पर थी। कोलकाता के ईडन गार्डन में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच ट्सेट मैच खेला जा रहा था। टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत पर काफी दबाव बनाकर रखा। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में कुल 445 रन बनाए, जबकि भारत 171 पर ऑल आउट हो गया। स्टीव वॉ की अगुवाई वाली टीम ने भारत को फॉलोऑन खेलने पर मजबूर कर दिया।

द्रविड और लक्ष्मण ने दिखाया गजब का हौसला 

हालांकि, इस स्थिति में भी राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने गजब का हौसला दिखाया। दूसरी पारी में द्रविड ने 180 और लक्ष्मण ने 281 रन बनाकर भारतीय टीम मुश्किल हालात से बाहर निकाला। दोनों खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारत ने मैच में 171 रनों की जीत हासिल की।

असफलताओं में भी सफलता का रास्ता

छात्रों के संवाद के दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'क्या आपको 2001 में भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज याद है? हमारी क्रिकेट टीम को असफलताओं का सामना करना पड़ रहा था। मूड बहुत अच्छा नहीं था। लेकिन, उन क्षणों को क्या हम कभी भूल सकते हैं कि राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने क्या किया। उन्होंने मैच का रुख पलट दिया।'

टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी

वहीं, दूसरी घटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनिल कुंबले का जिक्र किया। कुंबले ने 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी की और मैच ड्रा कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान उन्के चेहरे पर पट्टी भी बंधी हुई थी। मुश्किल हालत में होने के बावजूद भी कुंबले ने वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा को आउट किया।

दूसरों को भी प्रेरित करता है दृढ़ संकल्प 

अनिल कुंबले की जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'इसी तरह 2002 में हमारे गेंदबाज अनिल कुंबले बाउंसर की चपेट में आने के बाद घायल हो गए। यह सुनिश्चित नहीं था कि वह मैच में गेंदबाजी करेंगे या नहीं। अगर उन्होंने गेंदबाजी नहीं भी की होती तो भी देश  उन्हें दोषी नहीं ठहराता, लेकिन उन्होंने खेलने का फैसला किया और ब्रायन लारा का विकेट लिया। उस विकेट के साथ उन्होंने मैच का रुख मोड़ दिया। एक व्यक्ति का दृढ़ संकल्प दूसरों को भी प्रेरित कर सकता है।'


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