करतारपुर कॉरिडोर के जरिए खालिस्तान समर्थन जुटाना चाहता है पाकिस्तान, रच रहा साजिश
करतारपुर कॉरिडोर के जरिए एक बार फिर पिकिस्तान खालिस्तान समर्थन जुटाना चाहता है। इसके लिए पाक की खुफिया एजेंसियां काम भी कर रही हैं।
नई दिल्ली,एजेंसी। भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर गलियारे को शुरू करने के प्रयास हो रहे हैं। जल्द ही दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर बातचीत होने वाली है। कहा जा रहा है कि 14 जुलाई को इस सिलसिले में दोनों देश बात करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान खलिस्तान अलगाववादी आंदोलन को बढ़ावा देकर भारत में शांति भंग करना का प्रयास करेगा।
खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि पाकिस्तान जत्थो और सिख धार्मिक समूहों का उपयोग कर सकता है। पाकिस्तान ने बार-बार अपनी विफलताओं के बावजूद, सिख समुदाय को निशाना बना रहा है। अब एक बार फिर वह करतारपुर कॉरि़डोर का प्रयोग करेगा।
नई दिल्ली में इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट मैनेजमेंट के कार्यकारी निदेशक अजय साहनी ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को सिखों की धार्मिक भावनाओं के लिए कोई सहानुभूति नहीं है, और पाक अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए करतारपुर गलियारे का उपयोग करेगा। उन्होंने कहा करतारपुर को पाकिस्तान द्वारा वास्तव में सिखों के लिए कुछ अच्छा करने के प्रयास के रूप में नहीं लिया जा सकता है। पाकिस्तान ने यह फैसला चरमपंथी और आतंकवादी भीड़ जुटाने के लिए एक साधन के रूप में लिया है।
विशेषज्ञ ने पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी, आईएसआई पर आरोप लगाया कि सिख-कल्याण को इस्लामाबाद की प्राथमिकता सूची में शामिल करके नई दिल्ली के खिलाफ लगातार भूखंडों की साजिश रच रहे हैं। साहनी ने कहा, "करतारपुर गलियारा, पाकिस्तानी की ओर से यह अवसरवादी प्रयास है। यह सिख कल्याण या सिख हितों के लिए नहीं है। यदि आप पाकिस्तान में सिखों की स्थिति देखें तो वह बहुत ही भयानक है।
वहां पर इस्लामी चरमपंथियों द्वारा एक या दो सिखों को मार दिया जा रहा है। इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और उन्हें न्याय देने के लिए कुछ भी नहीं किया जाता है। इस बारे में पंजाब के एक कांग्रेस प्रवक्ता, राज कुमार वेरका ने भी कहा कि पाकिस्तान सिख भावनाओं का उपयोग करके अपनी भारत-तोड़ने की नीति को लागू कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान इस करतारपुर कॉरिडोर का अनुचित लाभ उठाना चाहता है। वह भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देना चाहता है जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री ने पहले ही पाकिस्तान को इस बारे में चेतावनी दी है और जो भी ऐसी गतिविधियों को करने की हिम्मत करेगा उसे दंडित किया जाएगा।