गैर मुस्लिमों के लिए कब्रगाह है पाकिस्तान : विहिप नेता जैन
विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव डा. सुरेंद्र जैन ने कहा कि पाकिस्तान गैर मुस्लिमों के लिए कब्रगाह बनकर रह गया है। विहिप नेता जैन ने कहा कि हिंदुओं पर हमले जबरन मतांतरण और गैर मुस्लिमों से दुष्कर्म की घटनाएं अब नियमित हो चुकी हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। पाकिस्तान में मंदिर पर हुए हमले को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव डा. सुरेंद्र जैन ने कहा कि पाकिस्तान गैर मुस्लिमों के लिए कब्रगाह बनकर रह गया है।
विहिप नेता जैन ने कहा कि ¨हदुओं पर हमले, जबरन मतांतरण और गैर मुस्लिमों से दुष्कर्म की घटनाएं अब नियमित हो चुकी हैं। उन्होंने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के तेरी गांव में मंदिर पर हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बिलकुल नहीं बदला है।
उन्होंने कहा कि सीएए का विरोध करने वाले लोगों को अपना नजरिया बदलना चाहिए। अगर पाकिस्तान में ¨हदुओं और गैर मुस्लिमों के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जाएगा तो वे कहां जाएं। उनके लिए एक ही स्थान है भारत और उसका हमें स्वागत करना चाहिए।
बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू मंदिर में तो़ड़फोड़ और आगजनी की घटना में पुलिस ने 30 कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के गृह राज्य खैबर पख्तूंख्वा के करक जिले में मुस्लिम कट्टरपंथियों के समूह ने मंदिर में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी थी। पुलिस के अनुसार घटना में कट्टरपंथी जमियत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के नेता रहमत सलाम खटक सहित 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मंदिर पर इसी दल की भीड़ ने हमला बोला था। यहां पर मंदिर का पुनरद्धार किया जा रहा था।
घटना की मानवाधिकार और हिंदू संगठनों ने कड़ी निंदा की है। साथ ही भारत ने भी पाकिस्तान के समक्ष अपना भारी विरोध जताया है। एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि भारत ने राजनयिक चैनलों के माध्यम से पाकिस्तान में एक हिंदू मंदिर में बर्बरता के खिलाफ औपचारिक विरोध दर्ज कराया है।
डेली टाइम्स के मुताबिक पाकिस्तान की सुन्नी देवबंदी विचारधारा की राजनीतिक पार्टी जमीयत उलेमा-ई-इस्लाम-फज्ल (जेयूआइ-एफ) की ओर से आयोजित एक रैली में वक्ताओं के भड़काऊ बयान देने के बाद नारेबाजी करती भीड़ ने मंदिर पर हमला कर दिया था। इसे तोड़ने के बाद इन कट्टरपंथियों ने मंदिर में आग लगाकर उसे जलाया और ढहा दिया। हालांकि जेयूआइ-एफ की रैली के बाद हुए हमले पर उसके नेता आमिर मौलाना अतौर रहमान ने कहा कि मंदिर को जलाने को लेकर उनकी पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।