Move to Jagran APP

संयुक्त राष्ट्र के मंच पर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब, भारत ने आतंकी संगठनों को पनाह देने पर लगाई लताड़

भारतीय दल ने जिस तरह से सबूतों व दलीलों के साथ पाकिस्तान आतंक को सामने लाया है उसका असर एफएटीएफ के फैसलों में भी आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 06:15 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 06:15 AM (IST)
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब, भारत ने आतंकी संगठनों को पनाह देने पर लगाई लताड़
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब, भारत ने आतंकी संगठनों को पनाह देने पर लगाई लताड़

नई दिल्ली, जयप्रकाश रंजन। अपने मित्र चीन के सहयोग से कुछ भारतीयों को संयुक्त राष्ट्र की आतंकी सूची में शामिल करने की कोशिश में जुटे पाकिस्तान को भारत ने यूएन की एक बैठक में पूरी तरह से पर्दाफाश कर दिया है। यूएन के आतंकरोधी कार्यालय (यूएनओसीटी) की बेहद गोपनीय वर्चुअल बैठक में भारतीय प्रतिनिधि ने पीएम इमरान खान की अगुवाई में पाकिस्तान सरकार की तरफ से चलाई जा रही आतंकी फैक्ट्री से जुड़ी सारी गतिविधियों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने ला दिया है। 

prime article banner

विश्व बिरादरी की सामने पाकिस्‍तान की हरकतों को किया को उजागर 

कोविड-19 के प्रकोप से उपजे हालात का फायदा उठाने के लिए पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठनों की करतूतों को भी अंतरराष्ट्रीय जगत के सामने भारतीय दल के प्रतिनिधि महावीर सिंघवी ने बखूबी पेश किया है। भारतीय दल ने जिस तरह से सबूतों व दलीलों के साथ पाकिस्तान सरकार के साये तले पल रहे आतंक को सामने लाया है उसका असर एफएटीएफ के फैसलों में भी आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। भारत की तरफ से कहा गया कि एक तरफ जहां पूरी दुनिया में कोविड-19 से बचने के उपाय किए जा रहे हैं वही पाकिस्तान अपनी पूरी ताकत, भारत के खिलाफ आधारहीन आरोप लगाने व उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने में लगा रहा है।

आतंकवाद को शह देना पाक पीएम ने कबूला 

 मुंबई, पठानकोट, उरी, पुलवामा में आतंकी हमला करवाने वाला देश विश्व समुदाय को आतंक पर भाषण देने की कोशिश कर रहा है। एक तरफ पाक अल-कायदा को खत्म करने की बात करता है तो दूसरी तरफ उसके प्रधानमंत्री संसद में आतंकी ओसामा बिन लादेन को शहीद करार देते हैं। यह इस बात का खौफनाक सबूत है कि पाकिस्तान किस हद तक आतंक को बढ़ावा देता है। पाकिस्तान के पीएम ने पहले यह बात स्वीकार की थी कि उनके यहां 40 हजार आतंकी हैं जो पड़ोसी देशों पर भी हमले करते हैं। अब अमेरिकी सरकार की एजेंसी कह रही है कि 6500 आतंकियों को अभी भी पाकिस्तान पाल रहा है। 

बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा व कश्मीर के कब्जे वाले इलाके में ध्‍यान दे पाकिस्‍तान 

भारत से पहले पाकिस्तानी दल ने अपने भाषण में हाल ही में कराची में हुए हमले का जिक्र कर इसमें भारत का हाथ होने की बात कही थी। इस पर भारतीय दल ने जवाब दिया है कि भारत कहीं भी आतंकी घटना हो उसमें विभेद नहीं करता। यही वजह है कि कराची स्टाक एक्सचेंज में हुए हमले को भारत सरकार ने आतंकी हमला करार दिया और इसकी कड़े शब्दों में भ‌र्त्सना की है। पाकिस्तान जम्मू व कश्मीर के हालात पर भी बेसिर पैर का प्रलाप कर रहा है। वह इस राज्य में आतंकियों को हर तरह की मदद पहुंचा रहा है जबकि वहां हो रहे कानूनी बदलावों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गलत सूचना फैला रहा है। असलियत में उसे अपने बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा व कश्मीर के कब्जे वाले इलाके में मानवाधिकार पर ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान भारत की लोकतांत्रिक व धर्मनिरपेक्ष प्रणाली व्यवस्था से खार खाता है। पाकिस्तान सरकार को अपने अंदर झांकना चाहिए और भारतीय व्यवस्था व लोकतांत्रिक तरीके से चयनित नेताओं के खिलाफ दुष्प्रचार बंद करना चाहिए। -


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.