संसद के दोनों सदनों में उठा छत्तीसगढ़ में बोनस के साथ धान खरीद का मुद्दा
छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य के साथ बोनस देकर धान खरीदने का मुद्दा कांग्रेस ने संसद के दोनों सदनों में जोर शोर से उठाया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य के साथ बोनस देकर धान खरीदने का वायदा करना राज्य की कांग्रेस सरकार के लिए भारी पड़ने लगा है। राज्य में धान की खरीद न होने का मसला बुधवार को संसद के दोनों सदनों में उठा। लोकसभा से कांग्रेस ने वाकआउट किया जबकि राज्यसभा में पार्टी नेताओं ने हंगामा किया।
बोनस देकर धान खरीद से केंद्र सरकार ने झाड़ा पल्ला
दरअसल, केंद्र सरकार ने पहले ही धान और गेहूं की खरीद के लिए बोनस रहित खरीद का प्रावधान कर रखा है। बोनस देकर की जाने वाली खरीद से केंद्र सरकार ने पहले ही पल्ला झाड़ लिया है। जबकि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अपने चुनाव में बोनस देकर धान खरीदने का वायदा कर रखा है। केंद्र सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1815 रुपये प्रति क्विंटल घोषित कर रखा है, जिसके विपरीत छत्तीसगढ़ में सत्तारुढ़ कांग्रेस ने 2500 रुपये का भाव देने का वायदा किया है।
कांग्रेस ने धान खरीद के मसले को संसद में उठाया
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बाबत केंद्र को कई पत्र लिखकर खरीद के लिए नियमों में ढील देने की बात कही है। इसके बावजूद खरीद न होने की दशा में किसानों के साथ उनकी मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। कांग्रेस ने सुबह ही अपनी पार्टी की संसदीय दल बैठक में छत्तीसगढ़ में धान खरीद के मसले को संसद के दोनों सदनों में उठाने का फैसला किया था। लोकसभा में सुबह स्पीकर ने इसकी अनुमति देने के बजाय शून्यकाल में मुद्दे को उठाने की सहमति दे दी थी। सदन में इस मसले पर तवज्जो न मिलने पर कांग्रेस सदस्य नाराज होकर वाक आउट कर गये।
केंद्र पर छत्तीसगढ़ सरकार के साथ भेदभाव का आरोप
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मोतीलाल वोरा, पीएल पुनिया और छाया वर्मा ने इस मसले को जोर शोर से उठाते हुए केंद्र पर राज्य सरकार के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। वर्मा ने तो कहा 'केंद्र को राज्य की बिजली व कोयला तो चाहिए, लेकिन चावल नहीं चाहिए।'
केंद्र सरकार पर छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप
जब कांग्रेस सांसद दीपक बैज ने लोकसभा में धान का मुद्दा उठाया, तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने व्यवस्था का हवाला देकर शून्यकाल में बात रखने के निर्देश दिए। फिर शून्यकाल में कांग्रेस ने सदन में नेता अधीर रंजन चौधरी, बस्तर सांसद दीपक बैज ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया। उन्होंने धान खरीद पर केंद्र सरकार पर छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया।