केंद्र भयानक मरीज, अच्छे डॉक्टर की सुनना ही नहीं चाहता : चिदंबरम
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का कहना है कि देश की वर्तमान समस्याओं का निदान सिर्फ नई सरकार से ही संभव है।
कोच्चि (पीटीआई)। पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने बजट को लेकर आलोचना करते हुए केंद्र सरकार को 'खून चूसने वाला' और ऐसा भयानक (टेरिबल) मरीज करार दिया जो अच्छे डॉक्टर की बात सुनना ही नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि देश के समक्ष सभी वर्तमान समस्याओं का हल सिर्फ नई सरकार से ही हो सकता है।
एक दिन पहले ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में कहा था कि संप्रग सरकार के 10 साल के शासनकाल में अर्थव्यवस्था भयानक डॉक्टर के हाथ में थी। चिदंबरम शनिवार को 'राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलेपमेंट स्टडीज' द्वारा आयोजित एक सेमिनार में जेटली के इसी बयान का जवाब दे रहे थे। उन्होंने दावा किया कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और रोजगार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में भाजपा सरकार के दौरान कोई वृद्धि नहीं हुई है। बड़ी चुनौतियों का कोई निराकरण नहीं हुआ है, सिर्फ बड़ी-बड़ी योजनाओं की घोषणाएं की गई हैं। इससे सरकार ऑक्सफोर्ड की डिक्शनरी में एक नए शब्द का योगदान जरूर करेगी और वह है 'जुमला'।
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, 'पेट्रोल और डीजल पर लगातार उत्पाद शुल्क बढ़ाकर सरकार सिर्फ आपका खून चूस रही है। अर्थव्यवस्था की समग्र हालत पर अगर डॉ. अरविंद सुब्रमणियन (प्रमुख आर्थिक सलाहकार) को खुलकर बोलने की आजादी हो तो वह यही कहेंगे कि मरीज बहुत-बहुत बीमार है। मरीज भले ही मरेगा नहीं, लेकिन मरीज सख्त बीमार है.. और यह मरीज रोगनिदान और डॉक्टर द्वारा सुझाए गए चिकित्सकीय परामर्श को सुन ही नहीं रहा है। इसीलिए मैं कहता हूं कि आपके पास अच्छा डॉक्टर तो है, लेकिन आपका मरीज भयानक है।'
विकास दर संप्रग सरकार के 10 साल के औसत से कम
चिदंबरम ने कई ट्वीट करके भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने कहा है कि भारत की विकास दर 30 साल के औसत से कम है किंतु वित्त मंत्री अरुण जेटली कह रहे हैं कि विकास दर बेहतर है। उन्होंने दावा किया, 'राजग के चार सालों का औसत क्या है? नई विधि के अनुसार यह 7.3 है जो संप्रग सरकार के 10 साल के औसत से कम है। राजग की विकास दर की दिशा क्या है? निवेश, बचत और विकास दर.. सभी में गिरावट आ रही है।' मालूम हो कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने राजग सरकार के सत्ता संभालने के बाद से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। राजग सरकार के पहले तीन सालों में विकास दर का औसत 7.5 प्रतिशत रहा है।