तीन तलाक पीड़िताओं के लिए ओवैसी ने मोदी सरकार के सामने रखी ये बड़ी मांग
तीन तलाक बिल को बजट सत्र में पास कराने की सरकार की पूरी तैयारी है। पीएम मोदी ने भी विपक्ष से अपील की है कि वे इस बिल को पास होने दें।
संगारेड्डी, एएनआइ। बजट सत्र शुरू होने के साथ ही एक बार फिर तीन तलाक बिल का मुद्दा गरमा गया है। अब सरकार एक तरफ जहां इसे पास कराने में जुट गई है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षियों ने एक बार फिर रोड़ा बनकर राह में खड़े होने की ठान ली है। उनकी नजर में इस बिल में कई खामियां हैं, जिसे सरकार नजरअंदाज कर रही है।
ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी तीन तलाक बिल की आलोचना की है। तेलंगाना स्थित संगारेड्डी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि वर्तमान रूप में यह बिल अव्यवहारिक है, क्योंकि इसमें पीड़िताओं के लिए कोई गुजारे-भत्ते का प्रावधान नहीं है। ऐसी महिलाओं के लिए मोदी सरकार को 2018 के बजट में फंड का प्रावधान करना चाहिए।
ओवैसी ने खास तौर से कहा कि जब तक कानूनी प्रक्रिया खत्म नहीं होती महिलाओं को 15 हजार रुपए दिए जाने चाहिए। गौरतलब है कि ओवैसी अपने तल्ख बयानाें के लिए जाने जाते हैं। वह मोदी सरकार पर निशाना साधने का भी कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
आपको बता दें कि तीन तलाक बिल को बजट सत्र में पास कराने की सरकार की पूरी तैयारी है। पीएम मोदी ने भी सोमवार को विपक्ष से अपील की थी कि वे इस बिल को पास होने दें, क्योंकि ये मुस्लिम महिलाओं के हित में हैं। संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उम्मीद जताई थी कि ये बिल जल्द पास हो जाएगा। ये मुस्लिम महिलाओं के भले के लिए है, ताकि वे भी एक सम्मानित और भयमुक्त जिंदगी जी सकें।