यूरोपीय यूनियन के सांसदों के कश्मीर दौरे पर विपक्ष ने बोला हमला, फैसले पर उठाए सवाल
EU MP Kashmir Visit यूरोपीय यूनियन (eropean union) के 28 सांसदों को कश्मीर जाने देने की इजाजत दिए जाने के फैसले पर विपक्षी दलों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है।
नई दिल्ली, एजेंसी। EU MP Kashmir Visit यूरोपीय यूनियन (European Union) के सांसदों का दल मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर श्रीनगर पहुंच गया। इस बीच भारत के दौरे पर आए ईयू के 28 सांसदों को कश्मीर जाने देने की इजाजत दिए जाने के फैसले पर विपक्षी दलों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस, बसपा और माकपा ने भारतीय सांसदों को रोके जाने और ईयू के सांसदों को कश्मीर जाने देने की इजाजत देने के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा है कि 'जम्मू-कश्मीर में संविधान की धारा 370 को खत्म करने के बाद वहां के हालात का जायजा लेने के लिए यूरोपीय संघ के सांसदों को कश्मीर भेजने से पहले भारत सरकार यदि देश की विपक्षी पार्टियों के सांसदों को वहां जाने देती तो यह ज्यादा बेहतर होता। बता दें ईयू सांसदों का दल अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे गए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हालात का जायजा लेगा।
जम्मू-कश्मीर में संविधान की धारा 370 को समाप्त करने के उपरान्त वहाँ की वर्तमान स्थिति के आकलन के लिए यूरोपीय यूनियन के सांसदों को जेके भेजने से पहले भारत सरकार अगर अपने देश के खासकर विपक्षी पार्टियों के सांसदों को वहाँ जाने की अनुमति दे देती तो यह ज्यादा बेहतर होता।— Mayawati (@Mayawati) October 29, 2019
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि कश्मीर में यूरोपीय यूनियन के सांसदों को सैर-सपाटा की इजाजत... लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुंचते ही हवाई अड्डे से वापस भेजना, यह बड़ा अनोखा राष्ट्रवाद है। वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि पार्टी इस मसले को संसद में उठाएगी क्योंकि सरकार का यह फैसला भारतीय सांसदों के सामूहिक विशेषाधिकारों का उल्लंघन है।
कश्मीर में यूरोपियन सांसदों को सैर-सपाटा और हस्तक्षेप की इजाजत लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुँचते ही हवाई अड्डे से वापस भेजा गया!
बड़ा अनोखा राष्ट्रवाद है यह।https://t.co/hAHVigzGFU" rel="nofollow— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 29, 2019
कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि जब भारतीय नेताओं को जम्मू-कश्मीर के लोगों से मिलने से रोका जा रहा है तो फिर यूरोपीय यूनियन के नेताओं को घाटी में जाने की इजाजत क्यों दी जा रही है। यह भारत की संसद का अपमान है। वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी सरकार के इस कदम की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट किया मैं आश्चर्यचकित हूं कि विदेश मंत्रालय ने ईयू सांसदों के लिए कश्मीर क्षेत्र की यात्रा का प्रबंध किया है। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह यह यात्रा रद करे क्योंकि यह राष्ट्रीय नीति के खिलाफ है।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी सरकार के कदम की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारतीय राजनीतिक दलों के नेताओं और सांसदों को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर निकलने से रोका क्यों गया? मुझे श्रीनगर में तभी जाने दिया गया जब सुप्रीम कोर्ट ने मेरी याचिका पर मुझको वहां जाने की इजाजत दी। आज भी भारतीय सांसदों को जाने की इजाजत नहीं है जबकि प्रधानमंत्री मोदी ईयू सांसदों का स्वागत कर रहे हैं।