भारत का एक पड़ोसी समस्याएं पैदा करना चाहता है : नायडू
इसके लिए वह आतंकियों को धन और प्रशिक्षण मुहैया कराता है। जम्मू-कश्मीर के स्कूलों की छात्राओं से मिले उपराष्ट्रपति।
नई दिल्ली, प्रेट्र। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को पाकिस्तान की ओर परोक्ष इशारा करते हुए कहा कि भारत का एक पड़ोसी देश में, खासकर जम्मू-कश्मीर में जान-बूझकर समस्याएं पैदा करना चाहता है। इसके लिए वह आतंकियों को धन और प्रशिक्षण मुहैया कराता है। लेकिन, भारत 'वसुधैव कुटुंबकम' की अवधारणा में विश्वास रखता है।
श्रीनगर और उसके आसपास के पांच स्कूलों की 30 छात्राओं के साथ मुलाकात के दौरान नायडू ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अविभाज्य हिस्सा है और इससे समझौता करने का कोई सवाल ही नहीं उठता। उपराष्ट्रपति ने कहा कि हम पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुद्दे पर पड़ोसी देश के साथ समस्या का समाधान करना चाहते हैं। हम पाकिस्तान समेत किसी के साथ खराब संबंध नहीं चाहते हैं। हम युद्ध में विश्वास नहीं रखते हैं और शांति से रहना चाहते हैं।
नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पड़ोसी देशों के साथ स्वस्थ और शांतिपूर्ण रिश्ते बनाने के प्रयासों को भी याद किया। इस सिलसिले में उन्होंने 2014 के शपथग्रहण समारोह में पड़ोसी देशों के शासन प्रमुखों को आमंत्रित करने का भी उल्लेख किया। मोदी ने चार साल पहले पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आमंत्रण पर वहां का दौरा भी किया।
उन्होंने कहा कि भारत जहां लोकतंत्र में विश्वास करता है और यहां नियमित रूप से लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव होते हैं, वहीं हमारे पड़ोस में लोकतंत्र नहीं है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि इसका असर राज्य के विकास में दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक तात्कालिक व्यवस्था थी, जिसकी प्रासंगिकता बहुत पहले खत्म हो गई थी। क्षेत्र के तीव्र विकास के लिए इसे हटाया जाना जरूरी था।