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बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए, आज या कल पता चल जाएगा: राजनाथ सिंह

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर वायुसेना के हवाई हमले में मरे आतंकवादियों की संख्या आज या कल सबको मालूम हो जाएगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 05 Mar 2019 06:33 PM (IST)Updated: Wed, 06 Mar 2019 12:38 AM (IST)
बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए, आज या कल पता चल जाएगा: राजनाथ सिंह
बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए, आज या कल पता चल जाएगा: राजनाथ सिंह

 धुबरी (असम), प्रेट्र। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा, आज या कल में पता चल ही जाएगा कि बालाकोट में जैश-ए-मुहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय वायु सेना की एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए।भारत-बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के लिए एडवांस इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने दावा किया कि राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (एनटीआरओ) ने एयर स्ट्राइक से पहले वहां (बालाकोट में) करीब 300 मोबाइल फोन सक्रिय होने की सूचना दी थी और एनटीआरओ की प्रणाली विश्वसनीय है। उन्होंने सवाल किया कि क्या वहां ये मोबाइल पेड़ इस्तेमाल कर रहे थे।

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 अब उन्हें (विपक्ष) क्या एनटीआरओ पर भी भरोसा नहीं है? विपक्ष पर एयर स्ट्राइक को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए गृह मंत्री ने कहा कि विपक्षी पार्टियां पूछती हैं, 'कितने मरे, कितने मरे? क्या हमारी वायु सेना को हमले के बाद जाकर लाशें गिननी चाहिए थीं.. 1,2,3,4,5..? क्या मजाक है?'

उन्होंने आगे कहा, 'अगर कांग्रेस के मेरे मित्रों को लगता है कि उन्हें संख्या पता होनी चाहिए तो मैं उनसे कहना चाहूंगा कि आप अगर पाकिस्तान जाना चाहते हैं तो जाइए, वहां जाकर गिनिए और लोगों से पूछिए कि वायु सेना के हमारे जवानों ने कितने लोगों को मारा।'

राजनाथ ने कहा, 'पाकिस्तान और उसके नेताओं का दिल जानता है कि कितने लोग मारे गए हैं।' उन्होंने कहा कि राजनीति सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए होनी चाहिए।

एडवांस इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम के बारे में राजनाथ सिंह ने बताया कि 'बॉर्डर इलेक्ट्रॉनिकली डोमिनेटेड क्यूआरटी इंटरसेप्शन टेक्नीक' से बिना बाड़ के नदी वाले सीमाई इलाकों को सेंसर से सुसज्जित किया जाएगा जिससे घुसपैठ की स्थिति में जवान त्वरित कार्रवाई कर सकें। बता दें कि धुबरी जिले में ब्रह्मपुत्र नदी बांग्लादेश में प्रवेश करती है और सीमा का बड़ा हिस्सा नदी का तटीय इलाका है।


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