पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगाने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को नोटिस
अधिवक्ता भदौरिया ने तर्क दिया है कि आरएसएस व भाजपा की देशप्रेम व राष्ट्रभक्ति की वजह से देश में प्रतिष्ठा है।
ग्वालियर, जेएनएन। ग्वालियर में अपर सत्र न्यायालय ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मानहानि के दावे में नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने 31 अगस्त, 2019 को भिंड में भाजपा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया था।
अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया ने दिग्विजय के खिलाफ मानहानि का दावा पेश किया है। अधिवक्ता भदौरिया ने तर्क दिया है कि आरएसएस व भाजपा की देशप्रेम व राष्ट्रभक्ति की वजह से देश में प्रतिष्ठा है। संगठन व पार्टी से करोड़ों लोग जुड़े हुए हैं। दिग्विजय सिंह ने जो बयान दिया है, उससे लोगों की भावना आहत हुई हैं। मेरी भी भावना आहत हुई है। अपर सत्र न्यायालय ने दावा सुनवाई योग्य माना और दिग्विजय सिंह को नोटिस जारी कर 17 मार्च तक जवाब मांगा है।
इससे पहले भी कई बार दे चुके हैं विवादित बयान
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को खुफिया विभाग की बड़ी चूक बताया था। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि अगर कोई दूसरा देश होता तो प्रधानमंत्री न सही, गृह मंत्री को तो इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया जाता लेकिन यहां पर जो कोई भी इन मसलों पर सवाल उठाता है उसे देशद्रोही घोषित कर दिया जाता है।
मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे पर भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा के बयान के बाद दिग्विजय सिंह ने आरएसएस पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि जो संघ की मर्जी के खिलाफ बोलता है वो देशद्रोही होता है।