नोटबंदी में जल्दबाजी पर राम मंदिर निर्माण में देरी क्यों : उद्धव ठाकरे
कई महत्वपूर्ण मामलों में कोई बातचीत नहीं की जा रही है, ये इसे भूल चुके हैं।
पुणे, आएएनएस। भाजपा पर हमला बोलते हुए शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी का फैसला जल्दबाजी में लिया गया, लेकिन राम मंदिर का निर्माण क्यों लटका हुआ है। उन्होंने भाजपा पर व्यंग करते हुए कहा कि उनका (भाजपा) कहना है कि यह निर्णय चुनाव से पहले ले लिया जाएगा लेकिन किस चुनाव से पहले 2019 या 2050 से पहले।
चुनाव पूर्व तैयारियों के मद्देनजर इस दौरे के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए पहले यूनिफार्म सिविल कोड या कश्मीर से धारा 370 हटाने की स्थिति समान थी, लेकिन कई महत्वपूर्ण मामलों में कोई बातचीत नहीं की जा रही है, ये इसे भूल चुके हैं। उन्होंने पूछा कि आप के पास बहुमत है। आप इन मामलों में निर्णय ले सकते हैं, लेकिन इन पर क्या हुआ।
अभी हाल के विवाद जिसमें मुबंई के सौ कॉलेजों में हिन्दुओं की धार्मिक पुस्तक भगवत गीता का वितरण किया गया के बारे में ठाकरे ने कहा कि यह सब मुबंर्इ् यूनिवर्सिटी की गड़बड़ी को छिपाने के लिए किया जा रहा है। छात्रों को आधुनिक समय में प्रासंगिेक शिक्षा दी जानी चाहिए। मुबंई यूनिवर्सिटी अव्यवस्था से ग्रस्त है। वहां पेपर लीक, परीक्षा रिजल्ट में देरी जैसी कई समस्याएं हैं। पहले इन समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए, जबकि शिक्षा विभाग द्वारा भगवत गीता का वितरण करवाया जा रहा है।
ठाकरे ने नैनार रत्नागिरि में एकीकृत पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स के निर्माण और सउदी अराम के प्रस्तावित 3 ट्रिलियन तेल रिफाइनरी पर निशाना साधा। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनविस के प्रसिद्ध प्रोजक्ट पर पार्टी के विरोध को दोहराया। उन्होंने कहा कि सीएम आश्वासन दें कि अगर स्थानीय लोग विरोध करेंगे तो इसे नहीं थोपा जाएगा। इसे यहां आने का अनुमति नहीं देंगे।
इस दौरान उन्होंने पुणे के पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने स्वीकार किया पुणे और पश्चिमी महाराष्ट्र को नजरअंदाज किया जा रहा है लेकिन आगे से ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने पार्टी के नेताओं से पुणे पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। सभी नए जोश के साथ काम करेंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि यहां प्रगति की निगरानी के लिए नियमित तौर पर आता रहूंगा।