SC/ST एक्ट पर बवाल के बीच पीएम मोदी बोले- हमने किया अंबेडकर का असली सम्मान
भीमराव आंबेडकर की विरासत के राजनीतिकरण के लिए राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की तरह दलित चिंतन पर किसी सरकार ने काम नहीं किया है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। एससी एसटी ऐक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर इन दिनों जमकर राजनीति हो रही है। हर दल के नेता खुद को दलितों का समर्थक बता रहे है। कांग्रेस एससी एसटी ऐक्ट पर भारतीय जनता पार्टी को घेरने में जुट गई है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलितों के मुद्दे पर राजनीति कर रहे दलों को आईना दिखाते हुए कहा कि किसी अन्य सरकार ने बाबा साहब अंबेडकर का उस तरह सम्मान नहीं किया, जैसा उन्होंने किया है।
भीमराव अंबेडकर की विरासत के राजनीतिकरण के लिए राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की तरह दलित चिंतन पर किसी सरकार ने काम नहीं किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा साहब की याद में अनेक परियोजनाओं को पूरा करके हमारी सरकार ने उन्हें उचित स्थान दिलाया। 26, अलीपुर रोड हाउस जहां अंबेडकर का निधन हुआ, उसे 13 अप्रैल उनके जन्मदिन की पूर्व संध्या पर देश को समर्पित किया जाएगा।
पीएम मोदी सांसदों को आवास उपलब्ध कराने के लिए पश्चिमी परिसर के उद्घाटन के अवसर पर एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर किसी ने राजनीतिक लाभ के लिए अंबेडकर के नाम को अपने साथ जोड़ा। लेकिन उनकी सरकार ने अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र को पूरा किया, हालांकि इस विचार की कल्पना की गई थी, जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधान मंत्री थे। पिछली यूपीए सरकार ने इस परियोजना को सालों तक खींचा, लेकिन पूरा नहीं किया।
प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब एससी-एसटी अत्याचार निवारक कानून पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर भारत बंद के दौरान देश के कई हिस्सों में भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट का एससी एसटी एक्ट पर एक फैसला आया, जिसके बाद सोमवार को भारत बंद के दौरान काफी हिंसक प्रदर्शन हुए। इस बीच भाजपा और कांग्रेस के बीच दलित मुद्दों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया। मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस के दलित प्रेम की हवा निकालते हुए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के साथ हुए दुर्व्यवहार की याद दिलाई। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल दलितों को वोट बैंक के रूप में देखते हैं। इसके लिए समय-समय पर आरक्षण को लेकर सामूहिक रूप से भ्रामक प्रचार शुरू देते हैं। शाह ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल होते हुए उनकी स्कि्रप्ट पुरानी पड़ गई है। उन्होंने दलितों को भरोसा दिया कि भाजपा के रहते कोई भी संविधान प्रदत्त उनके अधिकारों को नहीं छीन सकता है।