पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति से नहीं मिलेगा देश का कोई विपक्षी प्रतिनिधिमंडल
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपति के साथ वार्ता के लिए हमें अभी तक न तो सरकार की तरफ से और न ही अमेरिका की तरफ से कोई निमंत्रण मिला है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। अमेरिका के राष्ट्रपति दो दिन की यात्रा पर आ रहे हैं। पहली बार ऐसा होगा कि किसी अमेरिकी राष्ट्रपति से विपक्ष का कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं मिलेगा। कांग्रेस के नेताओं की डोनाल्ड ट्रंप के साथ कोई मुलाकात तय नहीं है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा जब भारत के आधिकारिक दौरे पर आए थे, तब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की उनसे मुलाकात हुई थी।
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच नहीं होगी मुलाकात
सूत्रों ने बताया कि ऐसा पहली बार होगा कि देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता और भारत आने वाले किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच कोई मुलाकात नहीं होगी। ट्रंप दो दिन के दौरे पर 24 फरवरी को भारत आ रहे हैं। वो 36 घंटे तक देश में रहेंगे और इस दौरान कई कार्यक्रमों में शिरकत भी करेंगे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष या पार्टी के किसी बड़े नेता के साथ उनकी मुलाकात अभी तक तय नहीं है।
ट्रंप के सम्मान में राष्ट्रपति के भोज में शामिल हो सकते हैं गुलाम नबी आजाद
सूत्रों ने बताया कि ट्रंप के सम्मान में राष्ट्रपति की तरफ से आयोजित भोज में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस ने कहा- अभी तक किसी तरफ से नहीं मिला निमंत्रण
हालांकि, कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा, 'हमें अभी तक न तो सरकार की तरफ से और न ही अमेरिका की तरफ से कोई निमंत्रण मिला है। अगर बुलावा मिलता तो उस पर विचार किया जाएगा।' उन्होने कहा कि दौरे पर आने वाले प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को जब कांग्रेस नेताओं से मिलना होता है तो वो इसके लिए सीधे प्रस्ताव करते हैं, लेकिन अभी तक ट्रंप की तरफ से ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
ट्रंप के लिए चुनाव प्रचार अभियान न बने भारत दौरा
आनंद शर्मा ने कहा कि ट्रंप का भारत दौरा उनके लिए राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार बनकर नहीं रह जाना चाहिए। भारत को एच1बी वीजा का कोटा बढ़ाने के मुद्दे पर बात करनी चाहिए। भारत को विकासशील देशों में दोबारा शामिल करने पर भी बात होनी चाहिए।
संप्रग सरकार के दौरान कोई भी राष्ट्राध्यक्ष दौरे पर आया तब विपक्ष के लिए समय रखा जाता था
सूत्रों ने बताया कि संप्रग सरकार के दौरान जब कोई राष्ट्राध्यक्ष दौरे पर आता था तो उसके कार्यक्रम में विपक्षी नेताओं के साथ मुलाकात के लिए समय रखा जाता था।