एक्शन में गडकरी, काम नहीं करने वाले अधिकारियों की मांगी लिस्ट, कहा- तीन दिन में फाइलें निपटाएं
Road Transport and Highways Minister Nitin Gadkari ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों से फैसले लेने में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और काम न करने वाले अधिकारियों की लिस्ट मांगी है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। Gadkari sought a list of non performing officials केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी Nitin Gadkari ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों से फैसले लेने में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों से फाइलों को तीन दिन में निपटारा करने के लिए कहा है। यही नहीं उन्होंने काम नहीं करने वाले मंत्रालय के अधिकारियों की लिस्ट मांगी है ताकि उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा सके।
केंद्रीय मंत्री Road Transport and Highways Minister गडकरी ने अधिकारियों को यह भी चेतावनी दी है कि जो भी काम नहीं करेंगे उन्हें जबरन सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। उन्होंने मंगलवार को बताया कि मंत्रालय के काम नहीं करने वाले अधिकारियों की लिस्ट मांगी गई है। गडकरी ने सोमवार को काम नहीं करने वाले अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा था कि जो भी अफसर ना खुद फैसले लेते हैं ना ही दूसरों को काम करने देते हैं, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग उत्कृष्टता सम्मान समारोह National Highways Excellence Award 2019 के कार्यक्रम में कहा कि मैं वैसे अधिकारियों को पसंद करता हूं जो फैसले लेते हैं। फैसले लेने में कुछ गलतियां हो सकती हैं। इन्हें अपराध नहीं माना जा सकता है लेकिन फाइलों को महीनों या वर्षों तक दबाकर रखा जाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैंने मंत्रालय के सचिव से जबरन सेवानिवृत्ति compulsory retirement के लिए अधिकारियों की लिस्ट देने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को दो-टूक कहा है कि अब लाल फीताशाही red tapism बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि फाइलों को निकालने में अधिकारियों की सुस्ती की वजह से प्रोजेक्ट अंटकते हैं। ऐसे में मैंने फैसला किया है कि फाइलों को दबाकर बैठने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फैसले लेने की प्रक्रिया में तेजी लाई जानी चाहिए लेकिन कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं जो फाइलों पर फैसले नहीं लेते और उन्हें दबाकर बैठे रहते हैं।