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यूपी से बाहर पैर जमाने की तैयारी में निषाद पार्टी, महाराष्ट्र व हरियाणा में भी भाजपा से मांगी सीटें Gorakhpur News

निषाद पार्टी यूपी के उप चुनावों के साथ महाराष्ट्र और हरियाणा में होने जा रहे चुनाव में भी ताल ठोंक सकती है। पार्टी ने भाजपा नेतृत्व से तीनों प्रदेशों में एक-एक सीट की मांग की है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 11:46 AM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 03:06 PM (IST)
यूपी से बाहर पैर जमाने की तैयारी में निषाद पार्टी, महाराष्ट्र व हरियाणा में भी भाजपा से मांगी सीटें Gorakhpur News
यूपी से बाहर पैर जमाने की तैयारी में निषाद पार्टी, महाराष्ट्र व हरियाणा में भी भाजपा से मांगी सीटें Gorakhpur News

गोरखपुर, दुर्गेश त्रिपाठी। संसद में पहुंच चुकी निषाद पार्टी उत्तर प्रदेश के उप चुनावों के साथ महाराष्ट्र और हरियाणा में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भी ताल ठोंक सकती है। पार्टी ने भाजपा नेतृत्व से तीनों प्रदेशों में एक-एक सीट की मांग की है। निषाद पार्टी का लक्ष्य इन राज्यों की विधानसभाओं में दस्तक देकर निषाद समाज की पूरे देश में एकजुटता का संदेश देना है। निषाद पार्टी की मांग पर भाजपा ने गंभीरता से विचार कर इन राज्यों में एक-एक सीटें दे दीं तो पार्टी के लिए यह ट्रंप कार्ड साबित होगा।

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भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष से मिले संजय निषाद

पहले समाजवादी पार्टी के साथ लोकसभा उपचुनाव और इसके बाद भाजपा से मिलकर आम चुनावों में जनता के बीच अपनी मजबूत पकड़ साबित कर चुकी निषाद पार्टी अब पूरे देश में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लडऩा चाहती है। दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद की 45 मिनट की बातचीत के बाद निषाद पार्टी में उत्साह है। पार्टी मानकर चल रही है कि भाजपा नेतृत्व उन्हें जरूर सीटें देगा।

क्यों खास है विदर्भ और पानीपत

महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में निषादों की संख्या अधिक है। वहां कश्यप, धीवर, मेहरा आदि नाम से इनकी पहचान है। यही हाल हरियाणा के पानीपत का है। पानीपत इलाके में निषाद समाज के लोग कोली, घोई, म'छीमार आदि नाम से जाने जाते हैं। इनकी संख्या भी अ'छी-खासी है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो चित्रकूट के मउ मानीपुर, आंबेडकरनगर के जलालपुर और सहारनपुर के गंगोह विधानसभा क्षेत्र में निषादों की संख्या अधिक है। पार्टी इन तीनों विधानसभा सीटों पर चुनाव लडऩा चाहती है।

दुष्कर्म प्रकरण से उबरना चाहती है पार्टी

निषाद पार्टी पिछले कुछ दिनों से चल रही बगावत और दुष्कर्म प्रकरण से उबरना चाहती है। पार्टी नेतृत्व ने पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और समाज के लोगों को बताना शुरू किया है कि यह सपा-बसपा की साजिश है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से 45 मिनट तक वार्ता हुई है। हमने तीनों राज्यों में एक-एक सीट मांगी है। हमें भाजपा नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। हाल के दिनों में हुए घटनाक्रमों का पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पडऩे वाला है। पूरा समाज एकजुट है। - डॉ. संजय निषाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष निषाद पार्टी।


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