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15 अगस्त से रेलवे का नया टाइम टेबल, स्टेशनों पर घटेगा ट्रेनों का ठहराव

मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों की समय की पाबंदी दिखाने के लिए इनकी लिखित रफ्तार को वास्तविक रफ्तार से कम दर्ज किया गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 08:12 PM (IST)Updated: Mon, 13 Aug 2018 12:14 AM (IST)
15 अगस्त से रेलवे का नया टाइम टेबल, स्टेशनों पर घटेगा ट्रेनों का ठहराव
15 अगस्त से रेलवे का नया टाइम टेबल, स्टेशनों पर घटेगा ट्रेनों का ठहराव

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस से रेलवे का नया टाइम टेबल लागू होने वाला है। इसके तहत ट्रेनों की रफ्तार के अलावा ठहराव अवधि में बदलाव किया गया है। इसका मकसद ट्रेनों, विशेषकर प्रीमियम ट्रेनों की समय पाबंदी सुनिश्चित करना है।

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सूत्रों के अनुसार नए टाइम टेबल में प्रीमियम ट्रेनों के स्टेशन पर ठहरने का समय घटाया गया है। यदि किसी स्टेशन पर अभी ट्रेन 10 मिनट रुकती है तो उसे आठ मिनट किया गया है। इसी तरह पांच मिनट रुकने वाली ट्रेन चार या तीन मिनट रुकेगी। इससे समय की बचत होने से कुल यात्रा अवधि में कमी होगी और ये ट्रेने समय पर गंतव्य पहुंचेंगी। इन प्रीमियम ट्रेनों में राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, गतिमान, हमसफर और तेजस शामिल हैं।

दूसरी ओर मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों की समय की पाबंदी दिखाने के लिए इनकी लिखित रफ्तार को वास्तविक रफ्तार से कम दर्ज किया गया है। उदाहरण के लिए जो ट्रेन 110 की रफ्तार पर चलती है उसकी स्पीड समय सारणी में 105 और जो 100 किलोमीटर की रफ्तार पर चलती है उसकी रफ्तार 95 किलोमीटर दिखाई जाएगी। इससे थोड़ा-बहुत लेट होने पर भी ये ट्रेने समय की पाबंद मानी जाएंगी। इससे रेलवे का समय पालन का रिकार्ड, जो अभी काफी खराब है, सुधरने के आसार हैं।

रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने 15 अगस्त से नया टाइम टेबल लागू होने की पुष्टि की। लेकिन कहा कि इसके बारे में विस्तृत जानकारी 14 अगस्त को ही दी जाएगी। इस बीच विभिन्न जोनल रेलवे अपने-अपने स्तर पर लोगों को ट्रेनों के नए टाइम टेबल के बारे में जानकारियां दे रहे हैं। लेकिन अधिकारिक जानकारी देने को कोई तैयार नहीं है। सूत्रों का कहना है कि ऐसा अंतिम समय तक बदलाव होने की संभावना के मद्देनजर किया जा रहा है।

रेलवे के टाइम टेबल के संदर्भ में 5 जुलाई को दिल्ली में हुए मुख्य यात्री यातायात प्रबंधकों के सम्मेलन में विस्तारपूर्वक चर्चा हुई थी। इसमें तय हुआ था कि ट्रेनो का समय पालन सुनिश्चित करने के लिए उनकी वास्तविक स्पीड को कागजों पर कम दर्शाया जाए।


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