नए सीईसी सुनील अरोड़ा ने पद संभालते ही कही ये महत्वपूर्ण बात
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने सभी राजनीतिक पार्टियों, मीडिया, सामाजिक संगठनों और आम लोगों से सहयोग की अपील की
नई दिल्ली, प्रेट्र। सुनील अरोड़ा ने रविवार को देश के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) का पद संभाल लिया। वह 23वें मुख्य चुनाव आयुक्त बने हैं। पदभार संभालते ही उन्होंने चुनावों को 'पूरी तरह स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा नैतिक' बनाने पर जोर दिया। इसके लिए उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों, मीडिया, सामाजिक संगठनों और आम लोगों से सहयोग की अपील की।
अरोड़ा के मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर रहते हुए 2019 का लोकसभा चुनाव संपन्न होगा। साथ ही जम्मू एवं कश्मीर, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभाओं के चुनाव भी होंगे। अरोड़ा का कार्यकाल अक्टूबर, 2021 तक रहेगा। राजस्थान कैडर के 1980 बैच के आईएएस अधिकारी अरोड़ा ने ओपी रावत की जगह ली है, जो शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से रिटायर हो गए।
दरअसल, जुलाई 2017 में नसीम जैदी के मुख्य चुनाव आयुक्त पद से सेवानिवृत्त होने के बाद तीन सदस्यीय आयोग में चुनाव आयुक्त का एक पद खाली हो गया था। 31 अगस्त, 2017 को अरोड़ा को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया।
चूंकि सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त को ही मुख्य चुनाव आयुक्त बनाने की परंपरा है, ऐसे में ओपी रावत के सेवानिवृत्त होने के बाद सुनील अरोड़ा को मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त अथवा चुनाव आयुक्त 65 साल की उम्र तक या छह साल (जो भी पहले पूरी हो जाए) अपने पद पर बने रह सकते हैं।
कौन हैं सुनील अरोड़ा
-सुनील अरोड़ा 1980 बैच के राजस्थान कैडर के आइएएस अधिकारी हैं
-राजस्थान में वह धौलपुर, अलवर और जोधपुर आदि जिलों में तैनात रहे
- वर्ष 1993-1998 के दौरान वह मुख्यमंत्री के सचिव और 2005-2008 के बीच मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रहे
-उन्होंने वित्त, कपड़ा एवं योजना आयोग जैसे मंत्रालयों एवं विभागों में भी विभिन्न पदों पर सेवाएं दीं
-वह साल 1999-2002 के दौरान नागरिक विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर काम कर चुके हैं
-वह पांच वर्षो तक इंडियन एयरलाइंस में सीएमडी की भूमिका निभा चुके हैं, इसमें से दो वर्ष अतिरिक्त प्रभार और तीन वर्ष पूर्ण प्रभार रहा