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Rajasthan Government Crisis News: सचिन पायलट समर्थक विधायक नहीं गए जयपुर

Rajasthan Government Crisis News जागरण संवाददाता के मुताबिक तावडू स्थित होटल में करीब 15 कांग्रेसी विधायक व निर्दलीय सहित 20 विधायक ठहरे हुए हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 08:26 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 05:04 PM (IST)
Rajasthan Government Crisis News: सचिन पायलट समर्थक विधायक नहीं गए जयपुर
Rajasthan Government Crisis News: सचिन पायलट समर्थक विधायक नहीं गए जयपुर

नूंह/मेवात, जागरण संवाददाता। Rajasthan Government Crisis News: नूंह जिला के तावडू स्थित आइटीसी ग्रैंड भारत होटल में ठहरे राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट समर्थक विधायक जयपुर नहीं गए। मंगलवार सुबह पहले एक बार यह बात सामने आई थी कि दिल्ली में रुके सचिन पायलट के संकेत मिलने के बाद विधायक जयपुर जाएंगे। होटल में एक बार हलचल भी हुई, मगर बाद में विधायकों का प्लान बदल गया। होटल से  करीब आठ सौ मीटर पहले ही मीडिया को रोका गया है। किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों को भी मोबाइल फोन पर बात करने की पाबंदी है। होटल के सुरक्षा कर्मी एक-दूसरे से संपर्क वॉकी-टॉकी के जरिए कर रहे हैं।

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यहां पर यहां यह जानना जरूरी है कि राजस्थान में मंगलवार को ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, जिसमें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का दावा है कि इसमें सभी विधायक शिरकत करेंगे।

जागरण संवाददाता के मुताबिक, तावडू स्थित होटल में करीब 15 कांग्रेसी विधायक व निर्दलीय सहित 20 विधायक ठहरे हुए हैं। सभी विधायक शनिवार रात को यहां आए थे, जिसमें से चार से पांच विधायक यहां रुके और दिल्ली चले गए थे। सोमवार देर रात दिल्ली से विधायक पहले दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे से सटे सेक्टर 29 स्थित एक होटल में पहुंचे थे। होटल में कुछ देर रुकने के बाद आइटीसी ग्रैंड भारत होटल में आकर ठहरे। 

गौरतलब है कि राजस्थान सरकार खासी चर्चा में है। सचिन पायलट ने अपने साथी विधायकों के साथ एक तरीके से विद्रोह कर दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और वरिष्ठ नेता वेणुगोपाल लगातार अशोक गहलोत और सचिन पायलट से संपर्क बनाए हुए हैं।

वैसे अशोक गहलोत को राजस्थान में जादूगर भी कहा जाता है। माना जा रहा है कि सचिन के आर पार के तेवर को उन्होंने बहुत हद तक कुंद कर दिया है। इस बार कर्नाटक संकट से सीख लेते हुए कांग्रेस नेतृत्व ने कई नेताओं को अशोक गहलोत और सचिन पायलट को समझाने की जिम्मेदारी दी थी और माना जा रहा है कि नेताओं ने अपना टास्क पूरा कर लिया है, हालांकि गतिरोध अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। वैसे मंगलवार को होने वाली बैठक से भी बहुत कुछ साफ हो जाएगा कि सचिन का पलड़ा भारी है या फिर अशोक गहलोत का जादू चलेगा।

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