जहांगीरपुरी हिंसा पर मुख्तार अब्बास नकवी ने राजनीतिक दलों पर साधा निशाना, कहा- 'बुलडोजर अभियान पर राजनीतिकरण गलत'
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ने विपक्ष के नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि मुद्दा यह तोड़फोड़ के लिए चलाये गए बुलडोजर के बारे में नहीं है बल्कि विद्रोह और विद्रोहियों को रोकने के लिए है। जहांगीरपुरी में बुलडोजर चलने के बाद से सियासी पारा चढ़ गया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। जहांगीरपुरी इलाके में हुए दंगे और बुलडोजर एक्शन के बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा है। हालांकि, जहांगीरपुरी हिंसा के बाद चलाए गए बुलडोजर और उस पर की गई कार्रवाई को सरकार ने उचित कदम ठहराया है। लेकिन विपक्ष की छींटाकसी जारी है जिसका जवाब पार्टी के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को दिया। नकवी ने विपक्ष के नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि "मुद्दा यह विध्वंस के लिए चलाये गए बुलडोजर के बारे में नहीं है बल्कि विद्रोह और विद्रोहियों को रोकने के लिए है।" उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) द्वारा बुधवार सुबह विध्वंस अभियान के लिए जहांगीरपुरी में बुलडोजर चलने के बाद से सियासी पारा चढ़ गया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एआईएमआईएम (AIMIM) नेता असदुद्दीन ओवैसी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और अन्य नेता जहांगीरपुरी में विध्वंस के लिए बुलडोजर चलने के बाद लगातार भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला कर रहे हैं।
इससे पहले बुधवार को, राहुल गांधी ने जहांगीरपुरी में अतिक्रमण अभियान शुरू करने के भाजपा के कदम पर कटाक्ष किया और कहा कि लोगों के बीच नफरत को खत्म करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
राहुल गांधी ने बुलडोजर की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया कि यह भारत के संवैधानिक मूल्यों को ध्वस्त किया गया है। गरीबों और अल्पसंख्यकों को सरकार द्वारा प्रायोजित निशाना बनाया गया है। भाजपा को इन सबकी बजाय अपने दिल में बैठी नफरत को ध्वस्त करना चाहिए।
विपक्ष को जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "चाहे राहुल गांधी हों या सभी राजनीतिक प्राणी, उन्हें समझना चाहिए कि मुद्दा विध्वंस के लिए चलाया गया बुलडोजर नहीं है, बल्कि विद्रोह और विद्रोहियों को रोकना है।"
नकवी ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि वे (विपक्ष) भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोगों को धर्मनिरपेक्षता और साम्यवाद के नाम पर भ्रम पैदा करने और डर का माहौल बनाने की उनकी आदत हो गई है। मैं उन्हें सलाह दूंगा कि 'भड़काना' प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए बल्कि शांति होनी चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा कि वे इससे एक सांप्रदायिक ढाल बनाने की कोशिश कर रहे हैं और पूरी दुनिया को यह संदेश दे रहे हैं कि देश में अल्पसंख्यक यहां असुरक्षित हैं। यह एक बहुत ही सुनियोजित साजिश के तहत किया जा रहा है।
जहांगीरपुरी हिंसा मामले की जानकारी के लिए टीएमसी द्वारा पश्चिम बंगाल से फैक्ट फाइंडिंग कमेटी भेजने पर प्रतिक्रिया देते हुए नकवी ने कहा कि यहाँ टीम भेजने के बजाय वह बीरभूम जाए तो बेहतर होता जहां कत्त्लेआम हो रहा है।