ईडी ने संदेसरा बंधुओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेता अहमद पटेल से पूछताछ की
Enforcement Directorate ने कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचकर संदेसरा बंधुओं से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनसे पूछताछ की है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate, ED) की एक टीम शनिवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल के दिल्ली स्थित आवास पहुंची और संदेसरा बंधुओं से संबंधित कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनसे पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी की तीन सदस्यीय टीम लगभग साढ़े 11 बजे मध्य दिल्ली के लुटियंस जोन (Lutyens zone) में 23 मदर टेरेसा क्रीसेंट (Mother Teresa Crescent) स्थित पटेल (Ahmed Patel) के घर पहुंची। इस दौरान ईडी टीम के अधिकारियों को मास्क और दस्ताने पहने फाइलों के साथ देखा गया।
अधिकारियों ने बताया कि पटेल का बयान धनशोधन निरोधक कानून (Prevention of Money Laundering Act, PMLA) के तहत दर्ज किया गया है। पटेल से संदेसरा बंधुओं के साथ उनके संबंधों को लेकर सवाल पूछे गए। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने 70 वर्षीय कांग्रेस नेता को इस केस में पूछताछ के लिए दो बार तलब किया था लेकिन उन्होंने घर से बाहर नहीं आने की बात कही थी। गुजरात से राज्यसभा सदस्य पटेल ने इस बारे में कोरोना संकट को लेकर वरिष्ठ नागरिकों को घर पर ही रहने की एडवाइजरी का हवाला दिया था।
अधिकारियों का कहना है कि जांच एजेंसी ने अहमद पटेल को भरोसा दिलाया कि वह अपने कार्यालय में पूछताछ के दौरान खास सतर्कता बरतेगी लेकिन पटेल की कानूनी टीम ने ईडी मुख्यालय में भी संक्रमण के मामले सामने आने का हवाला दिया था। इस जवाब के बाद एजेंसी ने पटेल को सूचित किया था कि वह उनके आवास पर ही आकर पूछताछ करने के लिए तैयार है। एजेंसी ने पटेल को यह भी कहा था कि केस की जांच आगे बढ़ाई जानी जरूरी है। इसके बाद ईडी के पटेल के आवास पर आने का समय तय किया गया था।
प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate, ED) ने पटेल को बताया था कि वह उनसे उनके आवास पर ही पूछताछ करने के लिए एक जांच टीम भेजेगी। अहम पटेल कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते हैं। वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सचिव रह चुके हैं। बता दें कि यह मामला गुजरात स्थित स्टर्लिंग बायोटेक (Sterling Biotech) द्वारा 14,500 करोड़ रुपए के कथित बैंक लोन धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर चेतन (Chetan Sandesara), नितिन संदेसरा (Nitin Sandesara) एवं दिप्ती संदेसरा (Deepti Sandesara) के खिलाफ जांच के जुड़ा है जो फरार हो चुके हैं।
प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि यह पीएनबी बैंक घोटाले से भी बड़ा मामला है। बता दें कि नीरव मोदी और मेहुल चौकसी द्वारा कथित तौर पर अंजाम दिए गए पीएनबी बैंक घोटाला 13,400 करोड़ का है जबकि गुजरात स्थित स्टर्लिंग बायोटेक (Sterling Biotech) द्वारा किया गया उक्त कथित स्कैम 14,500 करोड़ का है। इस मामले में सीबीआइ और आयकर विभाग भी अलग अलग जांच कर रहे हैं। एजेंसियों का आरोप है कि यह मामला हाईप्रोफाइल नेताओं की सांठगांठ और भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। इसमें क्या खुलासा होता है यह भविष्य के गर्भ में है...