सीसीटीवी कैमरे पर गरमाई सियासत, सिसोदिया ने कहा- शाह को ढूंढने की जरूरत नहीं, गलियों में देखें कैमरे
सिसोदिया ने कहा कि हम शाह और पूरी भाजपा को बता देना चाहते हैं कि आप दिल्ली में काम करने वाली पार्टी है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। सियासी संग्राम में सीसीटीवी कैमरे पर सियासत गरमाने लगी है। भाजपा अध्यक्ष व गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सीसीटीवी कैमरे को लेकर उठाए गए सवाल पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि शाह को कैमरे ढूंढने की जरूरत नहीं है, जहां वह घूम रहे हैं, उन्हीं गलियों में देखें मिल जाएंगे कैमरे। प्रचार के लिए वह जहां भी गए वहां कैमरे में कैद हुए हैं। इसे लेकर उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया है। साथ ही दावा किया कि दो दिन पहले शाह जिस गली में गए थे वहां 16 कैमरे लगे हुए हैं।
सिसोदिया ने कहा- आम आदमी पार्टी ने अपने सभी वादे पूरे किए
सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 2015 के अपने सभी वादों को पूरा किया है। इसी में एक वादा दिल्ली के महत्वपूर्ण स्थानों व बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का था, जिसे पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि तीन दिन से गृह मंत्री अमित शाह जनता के बीच एक सवाल उठा रहे हैं कि सीसीटीवी कैमरे कहां लगे हैं।
सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ अमित शाह का डोर टू डोर प्रचार
उन्होंने कहा कि मैं शाह को बता देना चाहता हूं कि अभी 2 दिन पहले वह लाजपत नगर की जिस गली में डोर टू डोर प्रचार करने गए थे। उस गली में 16 कैमरे लगाए गए हैं। यही नहीं जिस घर में वह गए थे, उसके बाहर भी सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। यही नहीं उन्होंने कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मीडिया के सामने पेश कीं, जिसे उन्होंने उसी गली से लिए जाने का दावा किया।
काम करने वाली पार्टी है आप
सिसोदिया ने कहा भारतीय जनता पार्टी जिस प्रकार खुद भारतीय जुमला पार्टी बनकर रह गई है। उसी तरह बाकी पार्टियां भी उन्हें जुमला पार्टी लग रही हैं। हम शाह और पूरी भाजपा को बता देना चाहते हैं कि आप दिल्ली में काम करने वाली पार्टी है।
15 लाख का जुमला भारतीय जनता पार्टी के जीवन से जुड़ गया
गृह मंत्री शाह ने जनता से पूछा कि दिल्ली में 15 लाख कैमरे कहा लगे हैं, तो उन्हें पहले 2015 का घोषणा पत्र पढ़ लेना चाहिए। हमने वादा किया था कि डीटीसी बसों में, गलियों में एवं भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। कहीं भी 15 लाख कैमरे लगाने की बात नहीं कही है। लगता है कि 15 लाख का जुमला भारतीय जनता पार्टी के जीवन से जुड़ गया है।