Move to Jagran APP

Delhi Assembly Polls: बड़े लुभावने वादों से केजरीवाल को दिल्ली में चुनौती देगी कांग्रेस, जानें, क्या हैं ये वादे

मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किए जाने के सवाल पर चाको ने कहा कि चेहरे के साथ जाने की जरूरत नहीं है और पार्टी के रुप में कांग्रेस जनादेश हासिल करने उतरेगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 10:29 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 10:29 PM (IST)
Delhi Assembly Polls: बड़े लुभावने वादों से केजरीवाल को दिल्ली में चुनौती देगी कांग्रेस, जानें, क्या हैं ये वादे
Delhi Assembly Polls: बड़े लुभावने वादों से केजरीवाल को दिल्ली में चुनौती देगी कांग्रेस, जानें, क्या हैं ये वादे

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने दिल्ली के विधानसभा चुनाव में लोक लुभावन वादों की बौछार से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सियासी दांव में घेरने की रणनीति बनाई है। आप सरकार की तुलना में कांग्रेस अधिक मुफ्त बिजली देने के अलावा दिल्ली के युवाओं को नौकरी मिलने तक हर महीने आकर्षक बेरोजगारी भत्ता, वरिष्ठ नागरिकों को न्यूनतम पांच हजार रुपये मासिक पेंशन और सुगम ट्रैफिक के साथ राजधानी को प्रदूषण मुक्त बनाने के बड़े वादे करने जा रही है।

loksabha election banner

12 को कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र, 5000 रुपए की शीला पेंशन योजना चुनावी वादों में शामिल

चुनाव में कांग्रेस के वादों को गंभीरता से पेश करने के लिए पार्टी सूबे की 15 साल तक मुख्यमंत्री रहीं दिवंगत शीला दीक्षित के कामकाज और विरासत का पूरा सहारा लेगी। इसीलिए पार्टी ने अपने सबसे बड़े चुनावी वादों में शामिल एक वादे वरिष्ठ नागरिक पेंशन योजना को शीला पेंशन योजना नाम देने का भी फैसला किया है जिसके तहत 60 साल के सूबे के लोगों को जीवन यापन के लिए हर महीने पांच हजार रुपये देने का प्रस्ताव है।

युवाओं को रोजगार भत्ता

युवाओं को बेरोजगारी भत्ते की रकम भी आकर्षक होगी और इस पर अभी मंथन चल रहा है। कांग्रेस के दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि 12 जनवरी को पार्टी का चुनाव घोषणा पत्र आएगा।

600 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने का वादा

कांग्रेस इसमें दिल्ली की 60 फीसद आबादी को 600 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने का वादा करने जा रही है। चाको के अनुसार आप सरकार की मौजूदा योजना के तहत केवल 20 फीसद दिल्ली की आबादी को मुफ्त बिजली मिलती है। उनका कहना था कि आप और भाजपा की नकारात्मक राजनीति से राजधानी की जनता उब चुकी है। सीएए-एनआरसी मसले और जेएनयू व जामिया हिंसा में भाजपा की सियासत पर आप का दोहरा चरित्र दिल्ली ने देख लिया है। इसीलिए उनका मानना है कि राजधानी में कांग्रेस की शीला सरकार जैसे शासन की जरूरत है और जनता यही चाह रही है।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 23 फीसद वोटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी

चुनाव में कांग्रेस को कमजोर आंकने के आप के दावों को खारिज करते हुए चाको ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 23 फीसद वोटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। 43 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही थी और 2020 का यह चुनाव पिछले चुनाव से अलग है।

हर सीट पर टिकट के आठ से दस दावेदार होना कांग्रेस की मजबूत हुई जमीन का सबूत

पार्टी की चुनावी संभावनाओं को बेहतर बताते हुए चाको ने कहा कि हर सीट पर टिकट के आठ से दस दावेदार होना कांग्रेस की मजबूत हुई जमीन का सबूत है। मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किए जाने के सवाल पर चाको ने कहा कि चेहरे के साथ जाने की जरूरत नहीं है और पार्टी के रुप में कांग्रेस जनादेश हासिल करने उतरेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.