राहुल गांधी पर अमित शाह का पलटवार, कहा- आंख मारने से फुर्सत मिले तो तथ्य जांच लें
एससीएसटी एक्ट को लेकर राहुल गांधी द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने के बाद, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने किया पलटवार।
नई दिल्ली (जेएनएन)। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कथित तौर पर शिथिल किए जाने के विरोध में दलित संगठनों का विरोध-प्रदर्शन गुरुवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर भी हुआ। धरने में शामिल दलित संगठनों को अपना समर्थन देने के लिए गुरुवार दोपहर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहुंचे। इस मौके पर अपने संबोधन में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उनके साथ सीताराम येचुरी भी थे। जवाब मेंं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी एक के बाद एक कई ट्वीट कर राहुल गांधी पर पलटवार किया।
राहुल गांधी ने कहा कि अगर पीएम मोदी के दिल में दलितों के लिए जगह होती तो दलितों के लिए राजनीति भी अलग होती। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने एक किताब में लिखा था- 'दलितों को सफाई करने में आनंद आता है।' यही उनकी विधार धारा (आइडियोलॉजी) है।
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सोच में दलित शामिल नहीं हैं। राहुल ने कहा कि विकास में दलितों की जगह नहीं है। साथ ही कहा कि एससी/एसटी एक्ट कांग्रेस ने दिया है। मोदी सरकार ने एक्ट बदल दिया, लेकिन हम एससी/एसटी एक्ट की रक्षा करेंगे। गौरतलब है कि जंतर मंतर पर ये प्रदर्शन एससी/एसटी एक्ट को नौवीं सूची में डालने के लिए किया जा रहा है, जिससे कोई इसे छेड़ न सके यहां तक कि कोर्ट भी नहीं।
यहां पर बता दें कि 9 अगस्त को प्रस्तावित आंदोलन को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती गई। 2 अप्रैल के भारत बंद के दौरान अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों पर दर्ज हुए आपराधिक मामले वापस लेने की मांग को लेकर 9 अगस्त को एक बार फिर बंद का ऐलान किया गया था। इसी के मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी।
राहुल पर बरसे अमित शाह, कहा- आंख मारने से फुर्सत मिले तो तथ्य जांच लें
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दलितों के प्रदर्शन में शामिल होकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उनके हमले पर पलटवार करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लगातार कई ट्वीट किए। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि राहुल जी, जब आपको आंख मारने और संसद में हंगामा करने से फुर्सत मिले तो तथ्य जांच लें। मोदी सरकार ने संशोधित बिल के जरिए एससी/एसटी एक्ट को मजबूत किया है, फिर आप प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं।
अमित शाह ने ट्वीट में लिखा है कि अच्छा होता कांग्रेस ने जिस तरह बाबा साहेब अंबेडकर, बाबू जगजीवन राम और सीताराम केसरी के साथ व्यवहार किया है, राहुल गांधी उस पर बोलते। कांग्रेस ने लगातार दलितों के साथ अत्याचार किया है। अमित शाह ने लिखा है कि क्या ये इत्तेफाक ही है कि जिस साल सोनिया गांधी ने कांग्रेस में आयीं, उसी साल थर्ड फ्रंट-कांग्रेस की सरकार ने प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया। इसके बाद जिस साल राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बने उन्होंने एससीएसटी एक्ट और ओबीसी कमीशन का विरोध किया। ये उनकी एंटी बैकवर्ड सोच को दर्शाता है।
अमित शाह ने राहुल पर हमला करते हुए ट्वीट किया है कि आपसे रिसर्च और ईमानदारी की उम्मीद करना मुश्किल है। फिर भी आप राजीव गांधी का मंडल के समय का बयान पढ़ें लें। उससे आपको समझ जाएंगे। शाह ने लिखा कि मोदी सरकार ने एससीएसटी एक्ट को मजबूत करने के लिए काफी कदम उठाए हैं।