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Presidential Election of India: शरद पवार के बाद फारूक अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से किया इन्कार, कही यह बात

नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्‍दुल्‍ला (NC chief Farooq Abdullah) ने संयुक्त विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में विचार के लिए अपना नाम वापस लिया है। इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने भी राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने में अनिच्‍छा जताई थी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 18 Jun 2022 03:33 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jun 2022 02:35 AM (IST)
Presidential Election of India: शरद पवार के बाद फारूक अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से किया इन्कार, कही यह बात
फारुक अब्‍दुल्‍ला ने संयुक्त विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में विचार के लिए नाम वापस लिया है।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार खड़ा करने के प्रयास को शनिवार को नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला के इन्कार से के बाद एक बार फिर झटका लगा है। उन्होंने संयुक्त विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में विचार के लिए अपना नाम सम्मानपूर्वक वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में जम्मू-कश्मीर में मैं अपनी जिम्मेदारी निभाना चाहता हूं। मैं विपक्ष के किसी भी साझा उम्मीदवार को पूरा समर्थन करने को तैयार हूं।

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ममता बनर्जी ने बुलाई थी बैठक

दरअसल बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन दिन पहले नई दिल्ली में पूरे देश में भाजपा के विरोधी दलों के प्रमुख नेताओं व मुख्यमंत्रियों की एक बैठक बुलाई थी। इसमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला को विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया था।

बैठक में ये दिग्‍गज थे मौजूद

इस बैठक में डा. फारूक अब्दुल्ला के पुत्र उमर अब्दुल्ला के अलावा जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती भी मौजूद थीं। बता दें कि राकांपा प्रमुख शरद पवार भी राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष का उम्मीदवार बनने से इन्कार कर चुके हैं। राष्ट्रपति पद के लिए जुलाई में चुनाव होना है।

जारी किया बयान

फारूक अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष का साझा उम्मीदवार बनने से इन्कार कर दिया। उन्‍होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि मैं इस प्रस्ताव के बाद खुद को बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मुझे विपक्ष के कई नेताओं ने फोन कर मेरी उम्मीदवारी के समर्थन का पूरा यकीन दिलाया है।

जम्मू कश्मीर को मेरी जरूरत

डा. अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने इस अप्रत्याशित घटनाक्रम पर अपने वरिष्ठ सहयोगियों और स्वजन के साथ विस्तार से चर्चा की है। मगर इस समय जम्मू कश्मीर अत्यंत मुश्किल और महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है और यहां मेरी ज्यादा जरूरत है। अभी सक्रिय राजनीति में मुझे बहुत कुछ करना है। मैं ममता दीदी का आभारी हूं कि उन्होंने मेरे नाम का प्रस्ताव रखा। मैं उन सभी वरिष्ठ नेताओं का भी आभारी हूं जिन्होंने मुझे समर्थन का यकीन दिलाया है।

21 जून को बैठक संभव

अभी तक सत्‍ता पक्ष और विपक्ष की ओर से उम्‍मीदवारों का नाम सामने नहीं आया है। ऐसे में नजरें दोनों पक्षों से आने वाले उम्‍मीदवारों पर हैं। अब विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त प्रत्याशी का चयन करने और उस पर एकराय बनाने के लिए 21 जून को बैठक होने वाली है। सूत्रों की मानें तो यह बैठक राकांपा प्रमुख शरद पवार की अध्यक्षता में होगी जिसमें 17 दल शामिल होंगे। बीते बुधवार को भी इस मसले पर बैठक हुई थी।


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