Maharashtra Political Crisis: नवनीत राणा ने की महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग
Maharashtra Political Crisis महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल मचा हुआ है। महाराष्ट्र के सियासी माहौल में खींचतानी का माहौल है। ऐसे में अमरावती से निर्दलीय लोकसभा सांसद नवनीत राणा ने शनिवार को राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग की।
नागपुर, पीटीआइ। महाराष्ट्र में सियासी घमासाम मचा हुआ है। राज्य में राजनीतिक खींचातनी से हर दिन एक नया बवाल तुल पकड़ रहा है। राज्य की सियासत का संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में अमरावती से निर्दलीय लोकसभा सांसद नवनीत राणा ने शनिवार को राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग की। बता दें कि नवनीत का यह बयान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह और कुछ बागी विधायकों के कार्यालयों पर हमले की खबरों के बीच आया।
बता दें कि शिंदे और बड़ी संख्या में विधायकों ने 21 जून को ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद किया। इसके अलावा, विद्रोही समूह की मुख्य मांग यह थी कि शिवसेना सत्तारूढ़ एमवीए से हट जाए, जिसमें राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं।
लोकसभा सांसद नवनीत राणा ने कहा-
- एक वीडियो संदेश में, राणा ने कहा- मैं (केंद्रीय) गृह मंत्री अमित शाह से उन सभी विधायकों के परिवारों को सुरक्षित करने का अनुरोध करना चाहती हूं, जो मूल शिवसेना समूह में गए हैं, जिसका नेतृत्व एकनाथ शिंदे कर रहे हैं।'
- उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए ताकि उद्धव ठाकरे की गुंडागर्दी बंद हो और महाराष्ट्र के लोग इससे सुरक्षित रहें।'
आपको बता दें कि राणे और उनके विधायक पति रवि राणा ठाकरे के बड़े आलोचक हैं। उन्होंने अप्रैल में घोषणा की थी कि वे मुंबई के बांद्रा में शिवसेना प्रमुख के निजी घर मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। दंपति को 23 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था और मई की शुरुआत में जमानत पर रिहा किया गया था।